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उन्नाव। बारिश शुरू होते ही मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। मलेरिया, फाइलेरिया और डेंगू का खतरा है। इसके बाद भी नगर पालिका बीमार संसाधनों के सहारे संचारी रोगों के नियंत्रण का दावा कर रही है। न तो फॉगिंग मशीन दुरुस्त हैं और न स्प्रिंकलर मशीन। एंटी लार्वा भी अभी तक नहीं आया है।
जलनिकासी और सफाई व्यवस्था चरमराने के बाद संक्रामक रोगों पर नियंत्रण करना पालिका के सामने चुनौती जैसा है। पालिका के पास दो फॉगिंग मशीनें हैं लेकिन इनमें एक खराब पड़ी है। एंटी लार्वा के छिड़काव में प्रयोग होने वाली 40 स्प्रिंकलर मशीनों में से 30 काम नहीं कर रहीं हैं।
30 जून तक मिले रोगी
मलेरिया का एक, फाइलेरिया के तीन व डेंगू के चार रोगी मिले हैं।
– 30 जुलाई तक अभियान चलेगा। जिला मलेरिया विभाग को एक हजार लीटर एंटी लार्वा की जरूरत है जिसके लिए डिमांड भेजी गई है। – रमेश यादव, जिला मलेरिया अधिकारी
– नगर पालिका के पास सभी संसाधन हैं। वेक्टर जनित रोग रोकने के लिए दो फॉगिंग मशीन तथा 40 स्प्रिंकलर मशीन काम कर रहीं हैं। एंटी लार्वा की खरीद भी की जा रही है। – रश्मि पुष्कर, सफाई निरीक्षक
उन्नाव। बारिश शुरू होते ही मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। मलेरिया, फाइलेरिया और डेंगू का खतरा है। इसके बाद भी नगर पालिका बीमार संसाधनों के सहारे संचारी रोगों के नियंत्रण का दावा कर रही है। न तो फॉगिंग मशीन दुरुस्त हैं और न स्प्रिंकलर मशीन। एंटी लार्वा भी अभी तक नहीं आया है।
जलनिकासी और सफाई व्यवस्था चरमराने के बाद संक्रामक रोगों पर नियंत्रण करना पालिका के सामने चुनौती जैसा है। पालिका के पास दो फॉगिंग मशीनें हैं लेकिन इनमें एक खराब पड़ी है। एंटी लार्वा के छिड़काव में प्रयोग होने वाली 40 स्प्रिंकलर मशीनों में से 30 काम नहीं कर रहीं हैं।
30 जून तक मिले रोगी
मलेरिया का एक, फाइलेरिया के तीन व डेंगू के चार रोगी मिले हैं।
– 30 जुलाई तक अभियान चलेगा। जिला मलेरिया विभाग को एक हजार लीटर एंटी लार्वा की जरूरत है जिसके लिए डिमांड भेजी गई है। – रमेश यादव, जिला मलेरिया अधिकारी
– नगर पालिका के पास सभी संसाधन हैं। वेक्टर जनित रोग रोकने के लिए दो फॉगिंग मशीन तथा 40 स्प्रिंकलर मशीन काम कर रहीं हैं। एंटी लार्वा की खरीद भी की जा रही है। – रश्मि पुष्कर, सफाई निरीक्षक
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