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बीघापुर (उन्नाव)। थाना क्षेत्र की ग्राम पंचायत घाटमपुर कला के मजरे ठाकुरखेड़ा में शनिवार देर रात इंदिरा आवास की छत ढह गई। कमरे में सो रहे युवक पर मलबा गिरने से उसकी मौत हो गई। मृतक के भाई ने 20 साल पहले बने आवास की छत की ढलाई बिना सरिया होने का आरोप लगाया है।
ठाकुरखेड़ा निवासी धर्मेंद्र कुमार शुक्लागंज में रिक्शा चलाता था। रविवार को धर्मेंद्र घर आया था। घर में मौजूद मां कृष्णावती, भाई दुर्गा प्रसाद, भाभी लक्ष्मी व तीन भतीजियां कालोनी के बाहर टिनशेड के नीचे लेटे थे। धर्मेंद्र कमरे में सो गया। रात लगभग 12 बजे इंदिरा आवास की छत भरभराकर गिर गई। इसके नीचे धर्मेंद्र दब गया। छत गिरने की आवाज सुनकर परिजन भागे और मदद के लिए शोर मचाया। आसपास के लोगों के आने पर धर्मेंद्र को मलबे से बाहर निकाला और पीएचसी ले गए।
वहां डॉ. पंकज पांडेय ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। मृतक के भाई दुर्गा प्रसाद ने बताया कि 20 साल पहले इंदिरा आवास मिला था। उसने मानक के अनुसार निर्माण न होेने के कारण हादसा होने का आरोप लगाया है। हादसे की जानकारी पर तहसीलदार दिलीप कुमार, कानूनगो धनीराम, लेखपाल अविनाश सिंह व सतीश कुमार सिंह मौके पर पहुंचे। तहसीलदार ने बताया कि दैवी आपदा राहत कोष से परिवार को सहायता दी जाएगी। उन्होंने आवास दिलाने का भी आश्वासन दिया है।
बीघापुर (उन्नाव)। थाना क्षेत्र की ग्राम पंचायत घाटमपुर कला के मजरे ठाकुरखेड़ा में शनिवार देर रात इंदिरा आवास की छत ढह गई। कमरे में सो रहे युवक पर मलबा गिरने से उसकी मौत हो गई। मृतक के भाई ने 20 साल पहले बने आवास की छत की ढलाई बिना सरिया होने का आरोप लगाया है।
ठाकुरखेड़ा निवासी धर्मेंद्र कुमार शुक्लागंज में रिक्शा चलाता था। रविवार को धर्मेंद्र घर आया था। घर में मौजूद मां कृष्णावती, भाई दुर्गा प्रसाद, भाभी लक्ष्मी व तीन भतीजियां कालोनी के बाहर टिनशेड के नीचे लेटे थे। धर्मेंद्र कमरे में सो गया। रात लगभग 12 बजे इंदिरा आवास की छत भरभराकर गिर गई। इसके नीचे धर्मेंद्र दब गया। छत गिरने की आवाज सुनकर परिजन भागे और मदद के लिए शोर मचाया। आसपास के लोगों के आने पर धर्मेंद्र को मलबे से बाहर निकाला और पीएचसी ले गए।
वहां डॉ. पंकज पांडेय ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। मृतक के भाई दुर्गा प्रसाद ने बताया कि 20 साल पहले इंदिरा आवास मिला था। उसने मानक के अनुसार निर्माण न होेने के कारण हादसा होने का आरोप लगाया है। हादसे की जानकारी पर तहसीलदार दिलीप कुमार, कानूनगो धनीराम, लेखपाल अविनाश सिंह व सतीश कुमार सिंह मौके पर पहुंचे। तहसीलदार ने बताया कि दैवी आपदा राहत कोष से परिवार को सहायता दी जाएगी। उन्होंने आवास दिलाने का भी आश्वासन दिया है।
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