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इलाहाबाद हाईकोर्ट ने गौतमबुद्धनगर के नोएडा केफेस द्वितीय थाने के अंतर्गत महिला की दहेज उत्पीड़न और हत्या के मामले में निचली अदालत से दोष सिद्ध पति, सास और ससुर को जमानत पर छोड़ने का आदेश दिया है। कोर्ट ने कहा कि याचियों को निजी मुचलके और दो-दो प्रतिभूतियों के साथ रिहा कर दिया जाए। यह आदेश न्यायमूर्ति अश्वनी कुमार मिश्रा ने पवन कुमार जैन, स्वतंत्र कुमार जैन और अनुराग जैन की ओर से दाखिल अपील पर सुनवाई करते हुए दिया है।
मामले में निचली अदालत ने पति और ससुर को 10-10 साल की और सास को सात साल की सजा सुनाई थी। कोर्ट ने पाया कि पति और ससुर घटना के बाद से ही जेल में है और सास चार साल तक जेल में सजा काट चुकी है। कोर्ट ने कहा कि मामले में दोषियों ने आधे समय से अधिक की सजा काट ली है और अभी अपीलों पर सुनवाई होनी बाकी है। इसलिए याचीगण जमानत पाने के हकदार हैं।
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