[ad_1]
तीर्थनगरी वृंदावन में बंदरों के उत्पात से हर कोई परेशान है। चश्मा ले जाने वाले बंदर अब महिलाओं के पर्स और बैग को भी छीनकर भाग रहे हैं। ऐसा ही एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें वृंदावन में बंदर द्वारा नोटों की बारिश की जा रही है। स्थानीय लोगों ने बताया कि यह घटना गुरुवार की है।
दिल्ली निवासी एक महिला परिवार के साथ ठाकुर श्रीबांकेबिहारी मंदिर के दर्शन के लिए आई थी। जब वह मंदिर के समीप पहुंची थी, तभी उसके कंधे पर लटके पर्स को बंदर ले गया और एक दुकान की दीवार पर जाकर बैठ गया। जब तक लोग कुछ समझ पाते बंदर ने पर्स में रखे नोटों को फेंकना शुरू कर दिया।
बंदर ने पर्स में रखे नोटों को निकालकर फेंका
बंदर को नोट फेंकते देख कुछ ही देर में वहां लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई। परिवार के लोग बंदर द्वारा फेंके जा रहे नोटों को लपकने के लिए नीचे खड़े हो गए। इस दौरान कुछ लोग दस रुपये वाली फ्रूटी लेकर आए और बंदर को देकर पर्स छुड़ाने का प्रयास किया, लेकिन तीन बार फ्रूटी देने के बाद भी बंदर नहीं माना और फ्रूटी का पाउच फेंक दिया।
इसके बाद एक सज्जन आधा लीटर की फ्रूटी की बोतल लेकर आए और बंदर को लपका दी। इसके बाद बंदर ने फ्रूटी की बोतल को पकड़ लिया और पर्स को नीचे फेंक दिया। बता दें कि वृंदावन में बंदरों के आतंक की यह पहली घटना नहीं है। बंदर आए दिन यहां आने वाले श्रद्धालुओं के चश्मे छीन ले जाते हैं। बंदरों के हमले से लोग घायल भी हो जाते हैं।
बीहड़ में नहीं भेजे जाएंगे बंदर
मथुरा-वृंदावन के बंदरों को चंबल के बीहड़ में छोड़ने की अनुमति देने से राष्ट्रीय चंबल सेंक्चुअरी प्रोजेक्ट के वन्य अधिकारी ने मना कर दिया है। कहा कि वहां बंदरों के खाने-पीने को कुछ नहीं है। नसबंदी की अनुमति न मिलने पर बंदरों को बीहड़ में छोड़ने का प्रस्ताव मथुरा रिफाइनरी ने दिया था। बंदरों को पकड़कर रेस्क्यू सेंटर में रखने का सुझाव दिया गया है।
विस्तार
तीर्थनगरी वृंदावन में बंदरों के उत्पात से हर कोई परेशान है। चश्मा ले जाने वाले बंदर अब महिलाओं के पर्स और बैग को भी छीनकर भाग रहे हैं। ऐसा ही एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें वृंदावन में बंदर द्वारा नोटों की बारिश की जा रही है। स्थानीय लोगों ने बताया कि यह घटना गुरुवार की है।
दिल्ली निवासी एक महिला परिवार के साथ ठाकुर श्रीबांकेबिहारी मंदिर के दर्शन के लिए आई थी। जब वह मंदिर के समीप पहुंची थी, तभी उसके कंधे पर लटके पर्स को बंदर ले गया और एक दुकान की दीवार पर जाकर बैठ गया। जब तक लोग कुछ समझ पाते बंदर ने पर्स में रखे नोटों को फेंकना शुरू कर दिया।
बंदर ने पर्स में रखे नोटों को निकालकर फेंका
बंदर को नोट फेंकते देख कुछ ही देर में वहां लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई। परिवार के लोग बंदर द्वारा फेंके जा रहे नोटों को लपकने के लिए नीचे खड़े हो गए। इस दौरान कुछ लोग दस रुपये वाली फ्रूटी लेकर आए और बंदर को देकर पर्स छुड़ाने का प्रयास किया, लेकिन तीन बार फ्रूटी देने के बाद भी बंदर नहीं माना और फ्रूटी का पाउच फेंक दिया।
[ad_2]
Source link