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उन्नाव। पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश से गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है। बुधवार को 10 घंटे में .30 सेमी जलस्तर बढ़ने से कटरी क्षेत्र में दहशत फैल गई। कटान का अंदेशा बढ़ गया है। फसलें डूबने की कगार पर हैं।
बुधवार सुबह आठ बजे गंगा का जलस्तर 110.17 मीटर रिकार्ड किया गया था। शाम छह बजे ये 110.20 मीटर पर पहुंच गया। चेतावनी बिंदु 112 मीटर और खतरा 113 मीटर पर है। परियर के मानाबंगला गांव के पास तक पानी पहुंच गया है। बीघापुर तहसील क्षेत्र के गंगा के किनारे बसे गांव करमी, गढ़ेवा, पाही, चंदनपुर, गंगानगर, संत नगर के लोग चिंतित है।
गढ़ेवा के पूर्व ग्राम प्रधान योगेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि पिछली बार की तरह इस बार भी कटान होनी शुरू हो गई है। वहीं फतेहपुर चौरासी क्षेत्र में गंगा के किनारे सब्जी आदि की फसलें डूबने की कगार पर हैं। गड़ाई के प्रधान लक्ष्मीनारायण ने बताया कि आसपास के गांव दबौली, हिंदूपुर, भदेहरा, खग्गापुरवा, पाल्हेपुर आदि में संकट के आसार हैं। दबौली निवासी नीरज पांडेय ने बताया कि जलस्तर बढ़ता रहा तो पानी घरों को चपेट में ले लेगा।
पांडु नदी का जलस्तर बढ़ा, बांस का पुल बहा
बीघापुर तहसील क्षेत्र के दो गांव दूलीखेड़ा, लालखेड़ा व उसके दर्जनों मजरे गंगा नदी व पांडु नदी के बीच बसे हैं। आबादी लगभग पंद्रह हजार है। पांडु नदी का जलस्तर बढ़ने से बांस का पुल बह गया। दूलीखेड़ा निवासी वीरेंद्र यादव ने बताया कि पुल बह जाने से जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित है।
अभी स्थिति गंभीर नहीं है। फिर भी गंगा के बढ़ते जलस्तर पर नजर रखी जा रही है। संबंधित तहसील के अधिकारियों व लेखपालों को सतर्क कर दिया गया है। – नरेंद्र सिंह, एडीएम (वित्त/राजस्व)
उन्नाव। पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश से गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है। बुधवार को 10 घंटे में .30 सेमी जलस्तर बढ़ने से कटरी क्षेत्र में दहशत फैल गई। कटान का अंदेशा बढ़ गया है। फसलें डूबने की कगार पर हैं।
बुधवार सुबह आठ बजे गंगा का जलस्तर 110.17 मीटर रिकार्ड किया गया था। शाम छह बजे ये 110.20 मीटर पर पहुंच गया। चेतावनी बिंदु 112 मीटर और खतरा 113 मीटर पर है। परियर के मानाबंगला गांव के पास तक पानी पहुंच गया है। बीघापुर तहसील क्षेत्र के गंगा के किनारे बसे गांव करमी, गढ़ेवा, पाही, चंदनपुर, गंगानगर, संत नगर के लोग चिंतित है।
गढ़ेवा के पूर्व ग्राम प्रधान योगेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि पिछली बार की तरह इस बार भी कटान होनी शुरू हो गई है। वहीं फतेहपुर चौरासी क्षेत्र में गंगा के किनारे सब्जी आदि की फसलें डूबने की कगार पर हैं। गड़ाई के प्रधान लक्ष्मीनारायण ने बताया कि आसपास के गांव दबौली, हिंदूपुर, भदेहरा, खग्गापुरवा, पाल्हेपुर आदि में संकट के आसार हैं। दबौली निवासी नीरज पांडेय ने बताया कि जलस्तर बढ़ता रहा तो पानी घरों को चपेट में ले लेगा।
पांडु नदी का जलस्तर बढ़ा, बांस का पुल बहा
बीघापुर तहसील क्षेत्र के दो गांव दूलीखेड़ा, लालखेड़ा व उसके दर्जनों मजरे गंगा नदी व पांडु नदी के बीच बसे हैं। आबादी लगभग पंद्रह हजार है। पांडु नदी का जलस्तर बढ़ने से बांस का पुल बह गया। दूलीखेड़ा निवासी वीरेंद्र यादव ने बताया कि पुल बह जाने से जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित है।
अभी स्थिति गंभीर नहीं है। फिर भी गंगा के बढ़ते जलस्तर पर नजर रखी जा रही है। संबंधित तहसील के अधिकारियों व लेखपालों को सतर्क कर दिया गया है। – नरेंद्र सिंह, एडीएम (वित्त/राजस्व)
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