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अचलगंज। थाना समाधान दिवस में डीएम रवींद्र कुमार व एसपी दिनेश त्रिपाठी ने लोगों की समस्याएं सुनीं। इस दौरान पूर्व के अधिकांश मामले निस्तारित न मिलने पर डीएम नाराज हुए। उन्होंने लेखपालों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि ऊपर वाले की अनुकंपा से राजस्व जैसे विभाग में नौकरी मिली है। आप पीड़ितों को न्याय दिला सकते हैं, टालने की आदत छोड़ दें। निस्तारण न हुआ तो निलंबन नहीं, सीधे बर्खास्तगी होगी।
डीएम ने कहा कि राजस्व के 70 प्रतिशत मामलों में न्यायालय से संबंधित मामला बताकर पल्ला झाड़ दिया जाता है। सब कुछ न्यायालय को ही करना है तो लेखपालों की क्या जरूरत है।
डीएम ने दबंगों द्वारा कब्जा की गई जमीन पर पीड़ितों को तत्काल कब्जा दिलाने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने गैर हाजिर लेखपालों का वेतन रोकने का निर्देश दिया। वहीं रठनई लेखपाल शिवप्रकाश पर समय से शिकायतों का निस्तारण न करने पर विभागीय कार्रवाई के आदेश दिए। कई बार से चक्कर काट रही महिला फरियादियों के मामलों पर इंस्पेक्टर व एसएसआई को कड़ी फटकार लगाई। थाना समाधान दिवस में 35 मामलों में सभी राजस्व के रहे। मौके पर एक का भी निस्तारण नहीं हो पाया।
इनकी गुहार सुनी गई
तीसरी बार समाधान दिवस र्में आइं अचलगंज कस्बे की रीता मिश्रा ने डीएम, एसपी को दिए गए शिकायतीपत्र में बताया कि कस्बे के एक सराफ ने उनकी बेटी को बंधक बनाकर जमीन का बैनामा करा लिया। एसपी ने सराफ सहित चार पर रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश दिए हैं।
मवइया माफी गांव की कुसमा देवी ने गांव के ही एक व्यक्ति पर 18 साल पहले 20 हजार रुपये लेने और वापस न करने का आरोप लगाया। बताया कि छह महीने से थाने के चक्कर काट रहीं हैं लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। एसपी के आदेश पर पुलिस ने अमानत में खयानत का मामला दर्ज किया।
खन्नापुरवा निवासी अंगाना का आरोप है कि लेखपाल ने उनकी जमीन के नाम पर 30 हजार रुपये लेकर गांव के ही एक व्यक्ति का कब्जा करा दिया। डीएम ने लेखपाल की जांच कराकर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
34 फरियादियों को करना होगा निस्तारण का इंतजार
सोनिक/पुरवा। दही थाने में आयोजित थाना समाधान दिवस में राजस्व विभाग की 17 शिकायतें आईं। सदर तहसीलदार अतुल कुमार, थाना प्रभारी राघवेंद्र सिंह ने शिकायतें सुनीं। एक शिकायत का समाधान तुरंत हो गया। शेष शिकायतों की जांच के लिए टीम गठित कर दी गई। वहीं पुरवा में कोतवाली में एडीएम नरेंद्र कुमार व एएसपी शशिशेखर सिंह पहुंचे। 20 प्रार्थनापत्र आए। मौके पर दो का निस्तारण किया गया। ऐसे में दोनों जगह कुल 34 फरियादियों को अभी समस्या के निस्तारण का इंतजार करना होगा। (संवाद)
अचलगंज। थाना समाधान दिवस में डीएम रवींद्र कुमार व एसपी दिनेश त्रिपाठी ने लोगों की समस्याएं सुनीं। इस दौरान पूर्व के अधिकांश मामले निस्तारित न मिलने पर डीएम नाराज हुए। उन्होंने लेखपालों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि ऊपर वाले की अनुकंपा से राजस्व जैसे विभाग में नौकरी मिली है। आप पीड़ितों को न्याय दिला सकते हैं, टालने की आदत छोड़ दें। निस्तारण न हुआ तो निलंबन नहीं, सीधे बर्खास्तगी होगी।
डीएम ने कहा कि राजस्व के 70 प्रतिशत मामलों में न्यायालय से संबंधित मामला बताकर पल्ला झाड़ दिया जाता है। सब कुछ न्यायालय को ही करना है तो लेखपालों की क्या जरूरत है।
डीएम ने दबंगों द्वारा कब्जा की गई जमीन पर पीड़ितों को तत्काल कब्जा दिलाने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने गैर हाजिर लेखपालों का वेतन रोकने का निर्देश दिया। वहीं रठनई लेखपाल शिवप्रकाश पर समय से शिकायतों का निस्तारण न करने पर विभागीय कार्रवाई के आदेश दिए। कई बार से चक्कर काट रही महिला फरियादियों के मामलों पर इंस्पेक्टर व एसएसआई को कड़ी फटकार लगाई। थाना समाधान दिवस में 35 मामलों में सभी राजस्व के रहे। मौके पर एक का भी निस्तारण नहीं हो पाया।
इनकी गुहार सुनी गई
तीसरी बार समाधान दिवस र्में आइं अचलगंज कस्बे की रीता मिश्रा ने डीएम, एसपी को दिए गए शिकायतीपत्र में बताया कि कस्बे के एक सराफ ने उनकी बेटी को बंधक बनाकर जमीन का बैनामा करा लिया। एसपी ने सराफ सहित चार पर रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश दिए हैं।
मवइया माफी गांव की कुसमा देवी ने गांव के ही एक व्यक्ति पर 18 साल पहले 20 हजार रुपये लेने और वापस न करने का आरोप लगाया। बताया कि छह महीने से थाने के चक्कर काट रहीं हैं लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। एसपी के आदेश पर पुलिस ने अमानत में खयानत का मामला दर्ज किया।
खन्नापुरवा निवासी अंगाना का आरोप है कि लेखपाल ने उनकी जमीन के नाम पर 30 हजार रुपये लेकर गांव के ही एक व्यक्ति का कब्जा करा दिया। डीएम ने लेखपाल की जांच कराकर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
34 फरियादियों को करना होगा निस्तारण का इंतजार
सोनिक/पुरवा। दही थाने में आयोजित थाना समाधान दिवस में राजस्व विभाग की 17 शिकायतें आईं। सदर तहसीलदार अतुल कुमार, थाना प्रभारी राघवेंद्र सिंह ने शिकायतें सुनीं। एक शिकायत का समाधान तुरंत हो गया। शेष शिकायतों की जांच के लिए टीम गठित कर दी गई। वहीं पुरवा में कोतवाली में एडीएम नरेंद्र कुमार व एएसपी शशिशेखर सिंह पहुंचे। 20 प्रार्थनापत्र आए। मौके पर दो का निस्तारण किया गया। ऐसे में दोनों जगह कुल 34 फरियादियों को अभी समस्या के निस्तारण का इंतजार करना होगा। (संवाद)
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