1993 के चुनाव में सपा के शेख नसीरउद्दीन सिद्दीकी 57982 मत पाकर चुनाव जीते थे। भाजपा के रामकिशन ददाजू को 1294 मतों से हराया था। रामकिशन ददाजू को 56688 मत मिले थे। 1996 के चुनाव में रघुवर दयाल वर्मा 61714 मत पाकर चुनाव जीते उन्होंने सपा के अजीम भाई को 2719 मतों से हराया था।
फिरोजाबाद सदर सीट की जनता ने छह बार मुस्लिम विधायकों को चुनकर विधानसभा भेजने का काम किया है। इसी विधानसभा में नौ बार मुस्लिम प्रत्याशी दूसरे स्थान पर रहे। फिरोजाबाद विधानसभा का चुनाव अंतिम दौर में काफी रोचक हो जाता है।
फिरोजाबाद विधानसभा क्षेत्र मुस्लिम मतदाताओं की संख्या करीब सवा लाख है। मुस्लिम मतदाताओं के एकतरफा रूझान से हमेशा चौंकाने वाले नतीजे आए हैं। वहीं मुस्लिम मतों के बिखराव से बाजी पलटती रही है। आजादी के बाद 1952 में यहां से इसरार उल हक विधायक नामित किए गए थे। 1957 के चुनाव में जगन्नाथ लहरी जीते। उन्होंने हैदरबक्श को 4589 मतों से हराया था। 1967 के चुनाव श्रमिक नेता राजाराम 25490 मत पाकर जीते थे लेकिन दूसरे नंबर पर एस अली 13059 मत पाकर रहे। 1974 के विधानसभा चुनाव में इस सीट से 18895 मत पाकर मोहम्मद अयूब विधानसभा पहुंचे उन्होंने गोपाल प्रसाद अग्रवाल को 5841 मतों से हराया था। 1977 के चुनाव में रघुवर दयाल वर्मा 30726 मत पाकर विधायक बनें उन्होंने अब्दुल अलीम को 14178 मतों से हराया था। 1980 के चुनाव में कांग्रेस लहर में गुलामनवी एडवोकेट 28373 मत पाकर विधायक बने थे, उन्होंने रघुवर दयाल वर्मा को 11845 मतों से हराया था।
1985 के चुनाव में रघुवर दयाल वर्मा ने कांग्रेस के गुलाम नवी को 313 वोट से हराया था। 1993 के चुनाव में सपा के शेख नसीरउद्दीन सिद्दीकी 57982 मत पाकर चुनाव जीते थे। भाजपा के रामकिशन ददाजू को 1294 मतों से हराया था। रामकिशन ददाजू को 56688 मत मिले थे। 1996 के चुनाव में रघुवर दयाल वर्मा 61714 मत पाकर चुनाव जीते उन्होंने सपा के अजीम भाई को 2719 मतों से हराया था। अजीम भाई को तब 58995 मत मिले थे। 2002 के विधानसभा चुनाव में सपा के अजीमभाई 40697 मत पाकर जीते थे, उन्होंने बसपा के शेख नसीरउद्दीन सिद्दीकी को 9728 मतों से हराया था। शेख नसीरउद्दीन सिद्दीकी को 30969 मत मिले थे। 2007 के विधानसभा चुनाव में टक्कर इन्हीं दोनों के बीच रही। बसपा के शेख नसीरउद्दीन सिद्दीकी ने 42700 मत पाकर सपा के अजीम भाई को 10194 मतों से हराया था। अजीम भाई को 32506 मत मिले थे। 2012 के चुनाव में भाजपा के मनीष असीजा 74878 मत पाकर विधानसभा पहुंचे सपा के अजीम भाई को 2015 मतों से हराया था। 2017 के विधानसभा चुनाव भाजपा के मनीष असीजा 102654 मत पाकर चुनाव जीते थे, सपा के अजीम भाई को 41727 मतों के अंतर से हराया था। बसपा के खालिद नसीर तीसरे स्थान पर रहे थे। खालिद नसीर को 51328 मत मिले थे।
चुनाव वर्ष जीते मुस्लिम विधायक
1952 -इसरारउल हक (कांग्रेस)
1974 -मो. अयूब (कांग्रेस)
1980 -गुलाम नवी एडवोकेट (कांग्रेस)
1993 -शेख नसीरउद्दीन सिद्दीकी (सपा)
2002 -अजीम भाई (सपा)
2007 -शेख नसीरउद्दीन सिद्दीकी (बसपा)
विस्तार
फिरोजाबाद सदर सीट की जनता ने छह बार मुस्लिम विधायकों को चुनकर विधानसभा भेजने का काम किया है। इसी विधानसभा में नौ बार मुस्लिम प्रत्याशी दूसरे स्थान पर रहे। फिरोजाबाद विधानसभा का चुनाव अंतिम दौर में काफी रोचक हो जाता है।
फिरोजाबाद विधानसभा क्षेत्र मुस्लिम मतदाताओं की संख्या करीब सवा लाख है। मुस्लिम मतदाताओं के एकतरफा रूझान से हमेशा चौंकाने वाले नतीजे आए हैं। वहीं मुस्लिम मतों के बिखराव से बाजी पलटती रही है। आजादी के बाद 1952 में यहां से इसरार उल हक विधायक नामित किए गए थे। 1957 के चुनाव में जगन्नाथ लहरी जीते। उन्होंने हैदरबक्श को 4589 मतों से हराया था। 1967 के चुनाव श्रमिक नेता राजाराम 25490 मत पाकर जीते थे लेकिन दूसरे नंबर पर एस अली 13059 मत पाकर रहे। 1974 के विधानसभा चुनाव में इस सीट से 18895 मत पाकर मोहम्मद अयूब विधानसभा पहुंचे उन्होंने गोपाल प्रसाद अग्रवाल को 5841 मतों से हराया था। 1977 के चुनाव में रघुवर दयाल वर्मा 30726 मत पाकर विधायक बनें उन्होंने अब्दुल अलीम को 14178 मतों से हराया था। 1980 के चुनाव में कांग्रेस लहर में गुलामनवी एडवोकेट 28373 मत पाकर विधायक बने थे, उन्होंने रघुवर दयाल वर्मा को 11845 मतों से हराया था।