संचारी रोग नियंत्रण अभियान जुलाई में दो दिन दिखी तेजी

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उन्नाव। 20 अगस्त तक चला संचारी रोग नियंत्रण अभियान औपचारिकता में निपट गया। एक जुलाई से शुरू हुए अभियान के शुरुआती दो दिन ही तेजी दिखी। मोहल्लों में चूना, एंटी लार्वा का छिड़काव व फॉगिंग कराई गई। इसके बाद फिर जलभराव व गंदगी की समस्या आम है। बदलते मौसम में लोगों को बीमारियां फैलने का डर सता रहा है।
सिविल लाइंस, तकी नगर, कासिम नगर, हनुमान नगर, लोकनगर, पूरन नगर, ईदगाह कालोनी, पीतांबर नगर, शेखपुर, इंद्रानगर आदि मोहल्लों में लोग जलभराव व गंदगी से जूझ रहे हैं। सफाई व्यवस्था चरमरा गई है।
शासन के निर्देश पर प्रशासन ने नगर पालिका, स्वास्थ्य और मलेरिया विभाग के माध्यम से जोर शोर से संचारी रोग नियंत्रण अभियान की शुरुआत की थी। डेढ़ माह में अभियान खत्म हो गया पर इलाकों की सूरत नहीं बदली। नगर पालिका ने एंटी लार्वा का छिड़काव करा दिया, इसके बाद भी मच्छरों का प्रकोप कम नहीं हुआ है।
सभासदों का कहना है कि जुलाई की शुरुआत में एक-दो दिन ही काम हुआ फिर अभियान सुस्त पड़ गया।
तीन किमी तक गड्ढे ही गड्ढे
कासिम नगर और तकी में सड़क पर गहरे गड्ढे हो गए हैं। लखनऊ-कानपुर हाईवे पर जाने के लिए कासिम नगर-हुसैननगर मार्ग को सहूलियत वाला माना जाता है।
तकी नगर से कासिम नगर और हाईवे तक पहुंचने के लिए तीन किमी का रास्ता तय करना पड़ता है। सड़क पर जलभराव के कारण आवागमन दूभर है। नगर पालिका के कंट्रोल रूम में भी जलभराव की शिकायतें अधिक आ रही हैं। एक सप्ताह में 85 शिकायतें आ चुकी हैं।
वेक्टर जनित रोग रोकने के लिए विशेष अभियान चलाया गया है। पालिका क्षेत्र में सफाई कर्मियों को निर्देश दिए गए हैं। संसाधन नहीं हैं। शहर में गंदगी की समस्या है। इसके निस्तारण के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।- ओम प्रकाश, ईओ, नगर पालिका

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उन्नाव। 20 अगस्त तक चला संचारी रोग नियंत्रण अभियान औपचारिकता में निपट गया। एक जुलाई से शुरू हुए अभियान के शुरुआती दो दिन ही तेजी दिखी। मोहल्लों में चूना, एंटी लार्वा का छिड़काव व फॉगिंग कराई गई। इसके बाद फिर जलभराव व गंदगी की समस्या आम है। बदलते मौसम में लोगों को बीमारियां फैलने का डर सता रहा है।

सिविल लाइंस, तकी नगर, कासिम नगर, हनुमान नगर, लोकनगर, पूरन नगर, ईदगाह कालोनी, पीतांबर नगर, शेखपुर, इंद्रानगर आदि मोहल्लों में लोग जलभराव व गंदगी से जूझ रहे हैं। सफाई व्यवस्था चरमरा गई है।

शासन के निर्देश पर प्रशासन ने नगर पालिका, स्वास्थ्य और मलेरिया विभाग के माध्यम से जोर शोर से संचारी रोग नियंत्रण अभियान की शुरुआत की थी। डेढ़ माह में अभियान खत्म हो गया पर इलाकों की सूरत नहीं बदली। नगर पालिका ने एंटी लार्वा का छिड़काव करा दिया, इसके बाद भी मच्छरों का प्रकोप कम नहीं हुआ है।

सभासदों का कहना है कि जुलाई की शुरुआत में एक-दो दिन ही काम हुआ फिर अभियान सुस्त पड़ गया।

तीन किमी तक गड्ढे ही गड्ढे

कासिम नगर और तकी में सड़क पर गहरे गड्ढे हो गए हैं। लखनऊ-कानपुर हाईवे पर जाने के लिए कासिम नगर-हुसैननगर मार्ग को सहूलियत वाला माना जाता है।

तकी नगर से कासिम नगर और हाईवे तक पहुंचने के लिए तीन किमी का रास्ता तय करना पड़ता है। सड़क पर जलभराव के कारण आवागमन दूभर है। नगर पालिका के कंट्रोल रूम में भी जलभराव की शिकायतें अधिक आ रही हैं। एक सप्ताह में 85 शिकायतें आ चुकी हैं।

वेक्टर जनित रोग रोकने के लिए विशेष अभियान चलाया गया है। पालिका क्षेत्र में सफाई कर्मियों को निर्देश दिए गए हैं। संसाधन नहीं हैं। शहर में गंदगी की समस्या है। इसके निस्तारण के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।- ओम प्रकाश, ईओ, नगर पालिका

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