सामूहिक दुष्कर्म में गर्भवती हुई पीड़िता से मिले बाल संरक्षण आयोग के सदस्य

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हिलौली। एक गांव में सात महीने पहले नाबालिग को खींचकर सामूहिक दुष्कर्म की घटना में 12 साल की किशोरी के गर्भवती होने की पुष्टि हुई तो हड़कंप मच गया। उच्चाधिकारियों तक मामला पहुंचने के बाद राज्य बाल संरक्षण आयोग के सदस्य मंगलवार को पीड़िता व उसके परिवार से मिले। उन्होंने बताया कि वह अपनी रिपोर्ट शासन को देंगे।
मौरावां थाना क्षेत्र में 24 मार्च 2022 को एक गांव निवासी 12 वर्षीय किशोरी के साथ तीन लोगों ने दुष्कर्म किया था। आरोपी जान से मारने की धमकी देकर भाग निकले थे। घटना के बाद पीड़िता की तहरीर पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी की थी।
इसमें एक आरोपी के नाबालिग होने की पुष्टि पर पुलिस ने बाल सुधार गृह भेजा था, जबकि दो बालिग आरोपियों को जेल भेजा था। विवेचना में पुलिस ने एक आरोपी को दोषी न पाते हुए छोड़ दिया था।
इसके बाद से ही पीड़िता उच्चाधिकारियों से शिकायत कर रही थी। मंगलवार को उत्तर प्रदेश राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य श्याम त्रिपाठी ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। इसके बाद पीड़िता व उसके परिवार से मिलने के लिए गांव पहुंचे।
उन्होंने शासन व उच्चाधिकारियों को इसकी रिपोर्ट सौंपने की बात कही। इस दौरान पुलिस को निर्देश दिए कि जो आरोपी बाहर हैं, उसे भी गिरफ्तार किया जाए। जिला प्रोबेशन अधिकारी रेनू यादव, सीओ विक्रमाजीत सिंह, बिहार एसओ सुधीर कुमार सिंह, मौरावां एसओ अमरनाथ सिंह मौजूद रहे।

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हिलौली। एक गांव में सात महीने पहले नाबालिग को खींचकर सामूहिक दुष्कर्म की घटना में 12 साल की किशोरी के गर्भवती होने की पुष्टि हुई तो हड़कंप मच गया। उच्चाधिकारियों तक मामला पहुंचने के बाद राज्य बाल संरक्षण आयोग के सदस्य मंगलवार को पीड़िता व उसके परिवार से मिले। उन्होंने बताया कि वह अपनी रिपोर्ट शासन को देंगे।

मौरावां थाना क्षेत्र में 24 मार्च 2022 को एक गांव निवासी 12 वर्षीय किशोरी के साथ तीन लोगों ने दुष्कर्म किया था। आरोपी जान से मारने की धमकी देकर भाग निकले थे। घटना के बाद पीड़िता की तहरीर पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी की थी।

इसमें एक आरोपी के नाबालिग होने की पुष्टि पर पुलिस ने बाल सुधार गृह भेजा था, जबकि दो बालिग आरोपियों को जेल भेजा था। विवेचना में पुलिस ने एक आरोपी को दोषी न पाते हुए छोड़ दिया था।

इसके बाद से ही पीड़िता उच्चाधिकारियों से शिकायत कर रही थी। मंगलवार को उत्तर प्रदेश राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य श्याम त्रिपाठी ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। इसके बाद पीड़िता व उसके परिवार से मिलने के लिए गांव पहुंचे।

उन्होंने शासन व उच्चाधिकारियों को इसकी रिपोर्ट सौंपने की बात कही। इस दौरान पुलिस को निर्देश दिए कि जो आरोपी बाहर हैं, उसे भी गिरफ्तार किया जाए। जिला प्रोबेशन अधिकारी रेनू यादव, सीओ विक्रमाजीत सिंह, बिहार एसओ सुधीर कुमार सिंह, मौरावां एसओ अमरनाथ सिंह मौजूद रहे।

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