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पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल
– फोटो : अमर उजाला
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सहारनपुर के खनन माफिया पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल उर्फ बाल्ला की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने देहरादून स्थित करोड़ों की संपत्ति अटैच की है। मसूरी डायवर्जन स्थित इस जमीन की कीमत लगभग 200 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
बताया गया कि दो दिन पूर्व ईडी की लखनऊ शाखा के अधिकारियों ने संपत्ति को अटैच कर चेतावनी बोर्ड लगा दिया है।
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हाजी इकबाल के खिलाफ कई आपराधिक मुकदमे सहारनपुर व अन्य जगहों पर चल रहे हैं। पिछले दिनों खनन माफिया की ईडी ने जांच शुरू की थी। सूत्रों के मुताबिक, हाजी इकबाल के खिलाफ तमाम साक्ष्य जुटाने के बाद पता चला था कि उसकी एक जमीन देहरादून में मसूरी डायवर्जन पर भी स्थित है। इस प्लॉट को उसने करीब डेढ़ दशक पहले खरीदा था। प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत मंगलवार को ईडी की टीम कार्रवाई करने के लिए पहुंची थी। लखनऊ के चार अधिकारियों ने जमीन की पैमाइश कराने के बाद इस पर अटैचमेंट का बोर्ड लगा दिया। अब इस संपत्ति को सरकार में संबद्ध कर दिया गया है।
हाजी इकबाल बसपा से एमएलसी रह चुके हैं। इकबाल के खिलाफ मिर्जापुर (सहारनपुर) में कई मुकदमे दर्ज हैं। उस पर दुष्कर्म का मामला भी चल रहा है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने उस पर 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया था। साथ ही उस पर गैंगस्टर एक्ट के तहत भी मुकदमा दर्ज किया गया है। यूपी पुलिस ने हाजी इकबाल को हिस्ट्रीशीटर घोषित करने के साथ ही परिवार के सदस्यों पर भी शिकंजा कसा हुआ है।
एसपी देहात ने बताया कि हाजी इकबाल पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा है। वह कई मामलों में वांछित चल रहा है, जिसकी तलाश की जा रही है, जबकि उसका भाई महमूद अली और तीन बेटे इन समय जेल में बंद हैं।
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