उन्नावः ट्रैक्टर-ट्रालियां बनीं यात्री वाहन, पांच सीज और 32 का चालान

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हसनगंज में यात्री बैठाकर जा रहे ट्रैक्टर-ट्रॉली का चालान करती पुलिस। संवाद

हसनगंज में यात्री बैठाकर जा रहे ट्रैक्टर-ट्रॉली का चालान करती पुलिस। संवाद
– फोटो : UNNAO

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उन्नाव। ट्रैक्टर-ट्रॉली में सवारियां बैठाने का चलन और अप्रशिक्षित चालकों के हाथों में स्टेयरिंग हादसों की वजह बन रही है। लखनऊ और फिर कानपुर में बड़ा हादसा होने के बाद मुख्यमंत्री ने ट्रैक्टर-ट्रॉली का उपयोग सिर्फ कृषि कार्यों के लिए ही करने के निर्देश दिए हैं। ट्रॉली में सवारियां बैठाने पर रोक लगा दी गई है। रविवार को एसपी सहित अन्य पुलिस अधिकारी सड़क पर उतरे और ट्रैक्टर-ट्रालियों को चेक किया। जिले में पांच ट्रैक्टर सीज किए गए और 32 का चालान किया गया।
जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में बाजार-हाट, दर्शन, अंत्येष्टि, मेला आदि में ट्रैक्टर-ट्रॉली से सवारियां ले जाने का चलन है। पिछले दिनों लखनऊ में दर्शनार्थियों से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। अब शनिवार को कानपुर में ट्रॉली तालाब में पलटने से उन्नाव के बक्सर स्थित चंद्रिका देवी मंदिर से मुंडन संस्कार कर लौट रहे 26 लोगों की मौत हो गई थी। शासन के निर्देश पर पुलिस ने विशेष सड़क सुरक्षा अभियान शुरू किया है।
पहले दिन ही एसपी दिनेश त्रिपाठी, एएसपी शशि शेखर सिंह, सीओ ट्रैफिक आशुतोष कुमार, यातायात प्रभारी अरविंद पांडेय समेत जिले के सभी सीओ और एसओ ने अपने-अपने क्षेत्र में सघन अभियान चलाया। ट्रॉली में यात्री बैठाए मिले चालकों को खतरे की जानकारी देते हुए समझाया और यात्रियों को भी सजग किया। इस दौरान बिना रजिस्ट्रेशन नवीनीकरण व अन्य अनियमितताएं मिलने पर पांच ट्रैक्टर-ट्रॉली सीज की गईं।
वहीं बिना लाइसेंस, तेज आवाज में साउंड सिस्टम बजाते और अत्यधिक रफ्तार पाए जाने पर 32 का चालान कर दिया। एसपी दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि लखनऊ में हुए हादसे के बाद से ही जिले में ट्रैक्टर चालकों को जागरूक किया जा रहा है। बताया कि यह अभियान लगातार जारी रहेगा। बक्सर स्थित चंद्रिका देवी मंदिर से दर्शन कर लौटते समय कानपुर में ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटने की घटना के बाद रविवार को प्रशासन गंगातट पर मुस्तैद रहा। एसडीएम दयाशंकर पाठक ने बताया कि ट्रैक्टर चालकों को जागरूक भी किया जा रहा है।
21 हजार ट्रैक्टर में केवल 300 व्यावसायिक
जिले में ट्रैक्टरों का कृषि कार्य के लिए पंजीकरण कराने के बाद धड़ल्ले से व्यवसायिक उपयोग किया जा रहा है। इनमें अवैध रूप से सवारियां भी ढोई जाती हैं। जिले में 21 हजार ट्रैक्टर पंजीकृत हैं। सभी का उपयोग कृषि कार्य के लिए ही दर्शाया गया है। सिर्फ 300 ट्रैक्टर-ट्रॉली का व्यावसायिक उपयोग के लिए पंजीकरण कराया गया है। वहीं, दूसरी तरफ हजारों की संख्या में ट्रैक्टर-ट्रॉली सड़क निर्माण, ईंट ढुलाई, भवन निर्माण सामग्री, टेंट हाउस सहित अन्य व्यवसायिक उपयोग में प्रयोग किए जा रहे हैं। एआरटीओ प्रवर्तन ओपी राजपूत ने बताया कि सघन अभियान चलाकर इस पर अंकुश लगाया जाएगा।

पुरवा मार्ग पर ट्रैक्टर चालकों को सवारी न बैठाने के लिए जागरूक करते एसपी दिनेश त्रिपाठी। संवाद

पुरवा मार्ग पर ट्रैक्टर चालकों को सवारी न बैठाने के लिए जागरूक करते एसपी दिनेश त्रिपाठी। संवाद– फोटो : UNNAO

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उन्नाव। ट्रैक्टर-ट्रॉली में सवारियां बैठाने का चलन और अप्रशिक्षित चालकों के हाथों में स्टेयरिंग हादसों की वजह बन रही है। लखनऊ और फिर कानपुर में बड़ा हादसा होने के बाद मुख्यमंत्री ने ट्रैक्टर-ट्रॉली का उपयोग सिर्फ कृषि कार्यों के लिए ही करने के निर्देश दिए हैं। ट्रॉली में सवारियां बैठाने पर रोक लगा दी गई है। रविवार को एसपी सहित अन्य पुलिस अधिकारी सड़क पर उतरे और ट्रैक्टर-ट्रालियों को चेक किया। जिले में पांच ट्रैक्टर सीज किए गए और 32 का चालान किया गया।

जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में बाजार-हाट, दर्शन, अंत्येष्टि, मेला आदि में ट्रैक्टर-ट्रॉली से सवारियां ले जाने का चलन है। पिछले दिनों लखनऊ में दर्शनार्थियों से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। अब शनिवार को कानपुर में ट्रॉली तालाब में पलटने से उन्नाव के बक्सर स्थित चंद्रिका देवी मंदिर से मुंडन संस्कार कर लौट रहे 26 लोगों की मौत हो गई थी। शासन के निर्देश पर पुलिस ने विशेष सड़क सुरक्षा अभियान शुरू किया है।

पहले दिन ही एसपी दिनेश त्रिपाठी, एएसपी शशि शेखर सिंह, सीओ ट्रैफिक आशुतोष कुमार, यातायात प्रभारी अरविंद पांडेय समेत जिले के सभी सीओ और एसओ ने अपने-अपने क्षेत्र में सघन अभियान चलाया। ट्रॉली में यात्री बैठाए मिले चालकों को खतरे की जानकारी देते हुए समझाया और यात्रियों को भी सजग किया। इस दौरान बिना रजिस्ट्रेशन नवीनीकरण व अन्य अनियमितताएं मिलने पर पांच ट्रैक्टर-ट्रॉली सीज की गईं।

वहीं बिना लाइसेंस, तेज आवाज में साउंड सिस्टम बजाते और अत्यधिक रफ्तार पाए जाने पर 32 का चालान कर दिया। एसपी दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि लखनऊ में हुए हादसे के बाद से ही जिले में ट्रैक्टर चालकों को जागरूक किया जा रहा है। बताया कि यह अभियान लगातार जारी रहेगा। बक्सर स्थित चंद्रिका देवी मंदिर से दर्शन कर लौटते समय कानपुर में ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटने की घटना के बाद रविवार को प्रशासन गंगातट पर मुस्तैद रहा। एसडीएम दयाशंकर पाठक ने बताया कि ट्रैक्टर चालकों को जागरूक भी किया जा रहा है।

21 हजार ट्रैक्टर में केवल 300 व्यावसायिक

जिले में ट्रैक्टरों का कृषि कार्य के लिए पंजीकरण कराने के बाद धड़ल्ले से व्यवसायिक उपयोग किया जा रहा है। इनमें अवैध रूप से सवारियां भी ढोई जाती हैं। जिले में 21 हजार ट्रैक्टर पंजीकृत हैं। सभी का उपयोग कृषि कार्य के लिए ही दर्शाया गया है। सिर्फ 300 ट्रैक्टर-ट्रॉली का व्यावसायिक उपयोग के लिए पंजीकरण कराया गया है। वहीं, दूसरी तरफ हजारों की संख्या में ट्रैक्टर-ट्रॉली सड़क निर्माण, ईंट ढुलाई, भवन निर्माण सामग्री, टेंट हाउस सहित अन्य व्यवसायिक उपयोग में प्रयोग किए जा रहे हैं। एआरटीओ प्रवर्तन ओपी राजपूत ने बताया कि सघन अभियान चलाकर इस पर अंकुश लगाया जाएगा।

पुरवा मार्ग पर ट्रैक्टर चालकों को सवारी न बैठाने के लिए जागरूक करते एसपी दिनेश त्रिपाठी। संवाद

पुरवा मार्ग पर ट्रैक्टर चालकों को सवारी न बैठाने के लिए जागरूक करते एसपी दिनेश त्रिपाठी। संवाद– फोटो : UNNAO



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