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गोरखपुर विश्वविद्यालय।
– फोटो : अमर उजाला।
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दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय एवं संबद्ध महाविद्यालयों में छात्रसंघ चुनाव की मांग कर रहे छात्रों का आंदोलन बृहस्पतिवार को उग्र हो गया। प्रशासनिक भवन में भूख हड़ताल पर बैठे छात्रनेताओं के समर्थन में छात्र सड़क पर लेट गए और जाम लगा दिया। प्रशासनिक अधिकारियों ने मध्यस्थता करके कुलपति से वार्ता की और जाम हटवाया। शाम को कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने जूस पिलाकर भूख हड़ताल समाप्त कराई और आश्वस्त किया कि छात्रसंघ चुनाव को लेकर शासन को पत्र लिखा जाएगा, जैसा दिशा-निर्देश मिलेगा उसका पालन होगा।
विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे तीन छात्रनेताओं की तबीयत बुधवार की रात बिगड़ गई थी, उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था। इसकी जानकारी जब बृहस्पतिवार को छात्रों को हुई तो वे उग्र हो गए। विवि प्रशासनिक भवन के सामने ही सड़क पर लेट गए। उनके साथ ही भूख हड़ताल पर बैठे छात्रनेता भी पहुंच गए।
इस बीच छात्रनेताओं और पुलिस के बीच नोकझोंक भी हुई। आक्रोशित छात्रों को समझाने आए सिटी मजिस्ट्रेट भी असफल रहे। कांग्रेस की पूर्व नेत्री तलत अजीज ने कमिश्नर से मिलकर कुलपति से वार्ता स्थापित करने की मांग रखी। कुलपति ने शाम को छात्रनेताओं से वार्ता करने का आश्वासन दिया। करीब दो बजे छात्र हटे तो आवागमन सामान्य हुआ। लेकिन, इसी बीच छात्रों ने प्रशासनिक भवन की बिजली आपूर्ति को बंद करा दिया और गेट पर ताला लगा दिया। शाम करीब छह बजे कुलपति भूख हड़ताल पर बैठे छात्रनेताओं से वार्ता करने पहुंचे।
उन्होंने शासन को छात्रसंघ चुनाव के संदर्भ में स्थिति स्पष्ट करने संबंधी पत्र भेजने की बात कही। कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन छात्र संघ चुनाव के पक्ष में है। इसके बाद भूख हड़ताल पर बैठे छात्रनेता मान गए। कुलपति ने योगेश प्रताप सिंह, अंकित पांडेय, सुंदरम राय, उज्जवल सिंह, सतीश प्रजापति, सुशांत शर्मा, जतिन मिश्रा और राहुल यादव को जूस पिलाया। प्रदर्शन के दौरान शिवशंकर गोंड, गौतम यादव, आर्या यादव, अनिल दूबे, मनीष ओझा, प्रियंका राजभर, अंजलि, प्रिंस सिंह आदि मौजूद रहे।
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