हीनों से पेयजल संकट झेल रहे शहर वासियों ने किया प्रदर्शन

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उन्नाव। शहर के अकरमपुर वार्ड में रहने वाले करीब पांच हजार लोग एक महीने से पेय जल की समस्या झेल रहे हैं। सितंबर महीने में जली पेयजल टंकी की मोटर दिवाली में भी नहीं बन पाई। विधायक से शिकायत पर दस दिन पहले जलनिगम ने मरम्मत कराई लेकिन, वह पांच घंटे बाद फिर फुंक गई। परेशान लोग गुरुवार को खाली बाल्टी लेकर कलक्ट्रेट पहुंचे और डीएम से पानी मांगा। अतिरिक्त मजिस्ट्रेट ने जल्द समस्या हल कराने का आश्वासन दिया।
शहर के वार्ड नंबर 11 अकरमपुर को पिछले चालीस साल से जलापूर्ति करने वाली पानी की टंकी की मोटर सितंबर महीने में जल गई थी। वार्ड में लगे 30 सरकारी हैंडपंप खराब होने से लोगों को भीषण समस्या का सामना करना पड़ रहा है। कुछ लोगों के घरों में लगे निजी हैंडपंप और सबमर्सिबल के सहारे पानी की व्यवस्था कर रहे लोगों का गुरुवार को सब्र टूट गया। बीस से अधिक महिलाएं खाली बाल्टी लेकर कलक्ट्रेट पहुंचीं और नारेबाजी की।
अतिरिक्त मजिस्ट्रेट शिवेंद्र कुमार को महिलाओं ने ज्ञापन देकर समस्या बताई। विमला, गीता वर्मा, माया, नेहा, शशि, कुसमा, गीता, सुरजा, सर्वेश आदि ने उन्हें बताया कि सितंबर महीने में ट्यूबवेल की मोटर जल गई थी। जलनिगम के अधिकारियों से मांग करते रहे लेकिन सुनवाई नहीं हुई। दिवाली में भी पानी नहीं आया तो सदर विधायक पंकज गुप्ता से शिकायत की।
उनके कहने पर जलनिगम ने मोटर की मरम्मत कराई लेकिन 27 अक्तूबर को लगाई गई मोटर पांच घंटे बाद ही फिर जल गई। बताया कि वार्ड में 30 हैंडपंप खराब होने से पेयजल जल की समस्या हो रही है। अ तिरिक्त मजिस्ट्रेट ने जल्द ही समस्या हल कराने का आश्वासन दिया।
जलनिगम के जेई रामचंद्र शुक्ला ने बताया कि पेयजल की टंकी ग्राम समूह पेयजल योजना से करीब चालीस साल पहले स्थापित हुई थी। तब ग्राम पंचायत का हिस्सा रहा अकरमपुर अब वार्ड है और नगर पालिका क्षेत्र में है। शासनादेश के अनुसार ग्रामीण पेयजल योजनाओं की मरम्मत की जिम्मेदारी ग्राम पंचायतों की है। अतिरिक्त बजट की व्यवस्था कर मरम्मत कराई गई लेकिन, मोटर फिर जल गई है। बताया कि उच्चाधिकारियों से बात कर समाधान निकालेंगे।

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उन्नाव। शहर के अकरमपुर वार्ड में रहने वाले करीब पांच हजार लोग एक महीने से पेय जल की समस्या झेल रहे हैं। सितंबर महीने में जली पेयजल टंकी की मोटर दिवाली में भी नहीं बन पाई। विधायक से शिकायत पर दस दिन पहले जलनिगम ने मरम्मत कराई लेकिन, वह पांच घंटे बाद फिर फुंक गई। परेशान लोग गुरुवार को खाली बाल्टी लेकर कलक्ट्रेट पहुंचे और डीएम से पानी मांगा। अतिरिक्त मजिस्ट्रेट ने जल्द समस्या हल कराने का आश्वासन दिया।

शहर के वार्ड नंबर 11 अकरमपुर को पिछले चालीस साल से जलापूर्ति करने वाली पानी की टंकी की मोटर सितंबर महीने में जल गई थी। वार्ड में लगे 30 सरकारी हैंडपंप खराब होने से लोगों को भीषण समस्या का सामना करना पड़ रहा है। कुछ लोगों के घरों में लगे निजी हैंडपंप और सबमर्सिबल के सहारे पानी की व्यवस्था कर रहे लोगों का गुरुवार को सब्र टूट गया। बीस से अधिक महिलाएं खाली बाल्टी लेकर कलक्ट्रेट पहुंचीं और नारेबाजी की।

अतिरिक्त मजिस्ट्रेट शिवेंद्र कुमार को महिलाओं ने ज्ञापन देकर समस्या बताई। विमला, गीता वर्मा, माया, नेहा, शशि, कुसमा, गीता, सुरजा, सर्वेश आदि ने उन्हें बताया कि सितंबर महीने में ट्यूबवेल की मोटर जल गई थी। जलनिगम के अधिकारियों से मांग करते रहे लेकिन सुनवाई नहीं हुई। दिवाली में भी पानी नहीं आया तो सदर विधायक पंकज गुप्ता से शिकायत की।

उनके कहने पर जलनिगम ने मोटर की मरम्मत कराई लेकिन 27 अक्तूबर को लगाई गई मोटर पांच घंटे बाद ही फिर जल गई। बताया कि वार्ड में 30 हैंडपंप खराब होने से पेयजल जल की समस्या हो रही है। अ तिरिक्त मजिस्ट्रेट ने जल्द ही समस्या हल कराने का आश्वासन दिया।

जलनिगम के जेई रामचंद्र शुक्ला ने बताया कि पेयजल की टंकी ग्राम समूह पेयजल योजना से करीब चालीस साल पहले स्थापित हुई थी। तब ग्राम पंचायत का हिस्सा रहा अकरमपुर अब वार्ड है और नगर पालिका क्षेत्र में है। शासनादेश के अनुसार ग्रामीण पेयजल योजनाओं की मरम्मत की जिम्मेदारी ग्राम पंचायतों की है। अतिरिक्त बजट की व्यवस्था कर मरम्मत कराई गई लेकिन, मोटर फिर जल गई है। बताया कि उच्चाधिकारियों से बात कर समाधान निकालेंगे।



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