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फ्रिज की ट्रे और गमलों में मिला डेंगू का लार्वा-मच्छर
गोरखपुर शहर में डेंगू के लगातार बढ़ रहे मामलों को देखते हुए जिला प्रशासन ने रिजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर (आरएमआरसी) को जांच की जिम्मेदारी सौंपी है। बृहस्पतिवार को आरएमआरसी के निदेशक डॉ रजनीकांत के निर्देश पर वायरोलॉजिस्ट डॉ. हीरावती देवल ने घासी कटरा, रामजानकी मंदिर और दुर्गा मंदिर इलाके में जांच की। इस दौरान कई घरों में फ्रिज की ट्रे और गमलों में डेंगू के लार्वा और मच्छर मिले। डॉ. हीरावती देवल ने लोगों को जागरूक भी किया। कहा कि घर में साफ पानी जमा न होने दें। इस दौरान मलेरिया विभाग की टीम ने मलेरिया और कालाजार की जांच भी की। 65 लोगों की जांच में तीन मरीज किट से पॉजिटिव मिले हैं। एलाइजा जांच के लिए सैंपल लिए गए हैं। इस मौके पर डॉ. पल्लवी श्रीवास्तव, राजेश कुमार चौबे आदि मौजूद रहे।
स्वास्थ्य विभाग की टीम बृहस्पतिवार को एम्स में डेंगू मरीजों की जांच के लिए पहुंची थी। जिला मलेरिया अधिकारी अगंद सिंह को बताया गया कि डेंगू के लक्षण वाले मरीजों का इलाज किया जा रहा है। कुछ लोग रैपिड जांच कराकर आए थे, उनका इलाज किया जा रहा है। अब तक डेंगू का एक भी मरीज एम्स में नहीं मिला है।
हेल्पलाइन नंबर जारी
स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू और बुखार के मरीजों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। किसी तरह की दिक्कत होने पर या इलाज के बारे में जानने के लिए 104, 1075 या 18001805145 पर संपर्क किया जा सकता है।
तेज बुखार, त्वचा पर चकत्ते, तेज सिर दर्द, पीठ दर्द, आंखों के पीछे दर्द, मसूड़ों से खून बहना, नाक से खून बहना, जोड़ों में दर्द, उल्टी, डायरिया।
ऐसे होगा डेंगू से बचाव
- मच्छर से बचें, पूरे बाजू के कपड़े पहने।
- खिड़की पर जाली लगाएं और मच्छरदानी का प्रयोग करें।
- नाली व गमलों में पानी जमा न होने दें।
- पुराने टायर, नारियल के खोल, डिस्पोजल कप और कबाड़ में पानी जमा न होने दें।
- पानी के बर्तन व टंकी को पूरी तरह ढक कर रखें।
- सप्ताह में एक बार कूलर, फूलदान, पशु व पक्षियों के बर्तन को अवश्य साफ करें।
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