वृंदावन में एक ओर सरकार ठाकुर श्रीबांकेबिहारी मंदिर में दर्शन की व्यवस्था को सुदृढ़ करने की दिशा में लगातार प्रयास कर रही है। वहीं दूसरी ओर मुख्य मंदिर के आसपास अतिक्रमण का घेरा श्रद्धालुओं की दिक्कतें बढ़ा रहा है। पर्व के दौरान ये दुकानें और कब्जे किसी शूल से कम नहीं लगते। मंदिर को जाने वाले सभी मार्ग अतिक्रमण की चपेट में हैं। न जिला प्रशासन को ये अतिक्रमण दिखाई दे रहे हैं और न ही नगर निगम प्रशासन का इस ओर ध्यान है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस की अतिक्रमण करने वालों को पूरी शह मिली है। ऐसे में दर्शन की व्यवस्था में सुधार आए भी तो कैसे।
सरकार ठाकुर बांके बिहारी मंदिर की सड़क, गलियों के सुंदरीकरण के लिए योजना बना रही है। एक ओर कॉरिडोर निर्माण पर मंथन चल रहा है तो दूसरी ओर मंदिर में दर्शन की व्यवस्था में सुधार के प्रयास लगातार जारी है। मंदिर दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न उठानी पड़े, इसके लिए लगातार योजना बनाईं जा रहीं हैं, लेकिन अतिक्रमण के आगे यह योजनाएं बेकार हैं। मंदिर तक पहुंचने वाले सभी रास्तों पर अतिक्रमण हैं। दुकानों का दुकानों से आगे दो-दो फुट तक अतिक्रमण है। वहीं ठेले, खोमचे वालों ने भी मार्ग को पूरी तरह अवरुद्ध कर दिया है।
यहां हावी है अतिक्रमण
विद्यापीठ चौराहे से लेकर बांकेबिहारी पुलिस चौकी तक सड़क के दोनों ओर अतिक्रमण है। पुलिस चौकी से लेकर मंदिर के गेट नंबर तीन तक गलियां अतिक्रमण से अटी पड़ी हैं। जुगलघाट से लेकर पुराने शहर और पुराने शहर से लेकर मंदिर के गेट नंबर दो तक अतिक्रमण हावी है। हरिनिकुंज चौराहे से सनेह बिहारी मंदिर तक दुकानों के आगे सामान रखा होना आम बात है। यही हाल वीआईपी गली में भी देखा जा सकता है। बांके बिहारी पुलिस चौकी से गौतम पाड़ा तक अतिक्रमण पर किसी की नजर ही नहीं गई।
जलती भट्टियों पर नहीं पड़ रही नजर
ठाकुर बांके बिहारी मंदिर मार्ग पर दुकानों में जलती भट्टियों को पुलिस और नगर निगम प्रशासन नजर अंदाज कर रहा है। इन भट्टियों पर खौलता तेल और उन पर बनतीं कचौड़ी और जलेबी लोगों के स्वाद का कारण तो बन रहीं हैं लेकिन यह किसी भी दिन हादसे का कारण भी बन सकती हैं। यहां सुबह से लेकर शाम तक कुछ न कुछ बनता ही रहता है।
नगर आयुक्त अनुनय झा ने कहा कि कॉरिडोर को लेकर शासन और प्रशासन गंभीर है। मंदिर जाने वाले मार्गों से अतिक्रमण हटाने का समय-समय पर अभियान चलता रहा है। सर्वे कराकर फिर से अतिक्रमण हटाने का काम किया जाएगा।
विस्तार
वृंदावन में एक ओर सरकार ठाकुर श्रीबांकेबिहारी मंदिर में दर्शन की व्यवस्था को सुदृढ़ करने की दिशा में लगातार प्रयास कर रही है। वहीं दूसरी ओर मुख्य मंदिर के आसपास अतिक्रमण का घेरा श्रद्धालुओं की दिक्कतें बढ़ा रहा है। पर्व के दौरान ये दुकानें और कब्जे किसी शूल से कम नहीं लगते। मंदिर को जाने वाले सभी मार्ग अतिक्रमण की चपेट में हैं। न जिला प्रशासन को ये अतिक्रमण दिखाई दे रहे हैं और न ही नगर निगम प्रशासन का इस ओर ध्यान है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस की अतिक्रमण करने वालों को पूरी शह मिली है। ऐसे में दर्शन की व्यवस्था में सुधार आए भी तो कैसे।
सरकार ठाकुर बांके बिहारी मंदिर की सड़क, गलियों के सुंदरीकरण के लिए योजना बना रही है। एक ओर कॉरिडोर निर्माण पर मंथन चल रहा है तो दूसरी ओर मंदिर में दर्शन की व्यवस्था में सुधार के प्रयास लगातार जारी है। मंदिर दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न उठानी पड़े, इसके लिए लगातार योजना बनाईं जा रहीं हैं, लेकिन अतिक्रमण के आगे यह योजनाएं बेकार हैं। मंदिर तक पहुंचने वाले सभी रास्तों पर अतिक्रमण हैं। दुकानों का दुकानों से आगे दो-दो फुट तक अतिक्रमण है। वहीं ठेले, खोमचे वालों ने भी मार्ग को पूरी तरह अवरुद्ध कर दिया है।