Prayagraj :संगम की रेती पर महाकुंभ-2025 के लिए 78 सौ करोड़ रुपये का बजट प्रस्तावित

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Prayagraj News : लाभार्थियों को चेक प्रदान करते सीएम योगी आदित्यनाथ।

Prayagraj News : लाभार्थियों को चेक प्रदान करते सीएम योगी आदित्यनाथ।
– फोटो : अमर उजाला

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संगम की रेती पर विश्व के सबसे बड़े सांस्कृतिक समागम के रूप में महाकुंभ-2025 को बसाने का खाका मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को अपनी कैबिनेट के पांच वरिष्ठ मंत्रियों और आला अफसरों की मौजूदी में खींचा। महाकुंभ 7,800 करोड़ रुपये की लागत से बसाया जाएगा। पिछले कुंभ की तुलना में इस महाकुंभ का डेढ़ गुना अधिक विस्तार किया जाएगा। ताकि, विश्व समुदाय को भारतीय संस्कृति की गौरव गाथा से परिचित कराया जा सके।

गंगा,यमुना और अदृश्य सरस्वती के तट पर स्थित प्रयागराज मेला प्राधिकरण के आईट्रिपलसी सभागार में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शाम चार बजे महाकुंभ-2025 की तैयारियों की समीक्षा आरंभ की। मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र ने कुंभ मेलाधिकारी विजय किरन आनंद की ओर से प्रस्तावित की गई 870
परियोजनाओं को सीएम के समक्ष बजट प्रावधानों के लिए प्रस्तुत किया। कुल 7,800 करोड़ रुपये से महाकुंभ बसाने का बजट प्रावधान किया गया। जिसे, मुख्यमंत्री ने अपनी सहमति दे दी।

सीएम का कहना था कि कुंभ-2019 में 24 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई थी। इस महाकुंभ में 40 करोड़ संतों, भक्तों, अतिथियों के आगमन को केंद्र में रखकर योजनाएं तैयार की जाएं। दिव्य- भव्य, स्वच्छ, यूनिक, अविस्मरणीय और ग्रीन महाकुंभ की परिकल्पना को साकार करने के लिए कहा। खास तौर से भीड़ प्रबंधन के लिए पार्किंग व्यवस्था पर जोर दिया गया। पार्किंग के लिए 2500 हेक्टेयर जमीन की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कहा गया।

इसके साथ ही प्रयागराज को फोरलेन से चारों तरफ से जोड़ने के साथ ही ओवरब्रिजों के निर्माण को शीघ्रता से पूरा कराने का निर्देश दिया गया। महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की आवासीय व्यवस्था के लिए पर्यटन विभाग को अच्छे होटल बनाने का प्रस्ताव प्रस्तुत करने के लिए कहा गया। इसके अलावा डिजिटल कुंभ म्यूजियम, कर्जन ब्रिज म्यूजियम, संगम पर रोपवे की योजनाएं साकार करने के निर्देश दिए। इस दौरान डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, डिप्टी सीएम बृजेश पाठक, लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद, औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने महाकुंभ को दिव्य-भव्य बनाने के सुझाव दिए। इस मौके पर प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात, मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत मौजूद थे।

प्रदूषण मुक्त महाकुंभ के लिए चलाई जाएंगी 1000 इलेक्ट्रानिक बसें
प्रयागराज। प्रदूषण मुक्त महाकुंभ-2025 के के लिए 1000 इलेक्ट्रानिक बसों के अलावा मेला सेक्टरों में ई-रिक्शा दौड़ाने और सीएनजी से मोटरबोट चलाने की कार्ययोजना बनाने का निर्देश दिया गया। सीएम ने कहा कि प्रदूषण मुक्त कुंभ को ध्यान में रखकर यातायात प्रबंधन किया जाए।

गंगा-यमुना में गिरने वाले नाले बंद करें, एक बूंद भी गंदा पानी न जाने पाए
महाकुंभ से पहले गंगा में गिरने वाले सभी नालों को पूरी तरह बंद करने की हिदायत दी गई। सिंचाई विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए सीएम ने नदियों को चैनेलाइज करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि गंगा जी में पर्याप्त जल की व्यवस्था रहे। उन्होंने महाकुंभ को यूनिक और अविस्मरणीय इवेंट के रूप में आयोजित किए जाने के लिए कहा। रिवर फ्रंट की व्यवस्था करने के साथ ही सीएम ने नमामि गंगे योजना से संबंधित अधिकारियों को हिदायत दी कि जो भी नाले अनटैप्ड हैं, उनको उच्च प्राथमिकता पर लेते हुए टैप्ड कराया जाए। ताकि, प्रयोग किया हुआ एक बूंद भी पानी गंगा एवं यमुना जी में न जाने पाए।

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स्वच्छता के लिए दो लाख शौचालय बनेंगे
प्रयागराज। महाकुंभ-2025 को दिव्य, भव्य, स्वच्छ एवं ग्रीन रूप में आयोजित करने के लिए दो लाख शौचालय की कार्ययोजना बनाने का निर्देश दिया गया। स्वास्थ्य विभाग को माघ मेले से ही महाकुंभ -2025 के रिहर्सल के रूप में कार्य किए जाने का निर्देश दिया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि छुट्टे जानवर, कुत्ते, गोवंश, गाय, सांड़ भीड़भाड़ में न जाने पाएं।

माघ मेला के कार्यों को 20 दिसंबर तक पूरा कराएं: सीएम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माघ मेला-2023 की तैयारियों की भी समीक्षा की। उन्होंने 20 दिसंबर तक मेले के सभी कार्य अनिवार्य रूप से पूरा करने के निर्देश दिए। कहा कि माघ मेला में किसी भी प्रकार की शिकायत नहीं होनी चाहिए। सीएम ने कहा कि माघ मेला महाकुंभ-2025 के लिए रिहर्सल के रूप में होगा। मेला में भूमि आवंटन, साधु-महात्माओं एवं कल्पवासियों को दी जाने वाली सुविधाओं में किसी भी प्रकार की शिकायत नहीं आनी चाहिए। यदि कहीं से भी शिकायत पाई गई तो संबंधित के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने माघ मेले को शीर्ष प्राथमिकता पर स्वच्छ बनाए रखने का निर्देश दिया।

मुख्य सचिव ने संगम पर माघ मेले की देखी तैयारी
मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने बृहस्पतिवार को डीजीपी देवेंद्र सिंह चौहान के साथ माघ मेले की तैयारियों का निरीक्षण किया। मुख्य सचिव संगम पहुंचे। वहां से वह नागवासुकि, दशाश्वमेध घाट पर भी पहुंचे ।

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संगम की रेती पर विश्व के सबसे बड़े सांस्कृतिक समागम के रूप में महाकुंभ-2025 को बसाने का खाका मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को अपनी कैबिनेट के पांच वरिष्ठ मंत्रियों और आला अफसरों की मौजूदी में खींचा। महाकुंभ 7,800 करोड़ रुपये की लागत से बसाया जाएगा। पिछले कुंभ की तुलना में इस महाकुंभ का डेढ़ गुना अधिक विस्तार किया जाएगा। ताकि, विश्व समुदाय को भारतीय संस्कृति की गौरव गाथा से परिचित कराया जा सके।

गंगा,यमुना और अदृश्य सरस्वती के तट पर स्थित प्रयागराज मेला प्राधिकरण के आईट्रिपलसी सभागार में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शाम चार बजे महाकुंभ-2025 की तैयारियों की समीक्षा आरंभ की। मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र ने कुंभ मेलाधिकारी विजय किरन आनंद की ओर से प्रस्तावित की गई 870

परियोजनाओं को सीएम के समक्ष बजट प्रावधानों के लिए प्रस्तुत किया। कुल 7,800 करोड़ रुपये से महाकुंभ बसाने का बजट प्रावधान किया गया। जिसे, मुख्यमंत्री ने अपनी सहमति दे दी।

सीएम का कहना था कि कुंभ-2019 में 24 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई थी। इस महाकुंभ में 40 करोड़ संतों, भक्तों, अतिथियों के आगमन को केंद्र में रखकर योजनाएं तैयार की जाएं। दिव्य- भव्य, स्वच्छ, यूनिक, अविस्मरणीय और ग्रीन महाकुंभ की परिकल्पना को साकार करने के लिए कहा। खास तौर से भीड़ प्रबंधन के लिए पार्किंग व्यवस्था पर जोर दिया गया। पार्किंग के लिए 2500 हेक्टेयर जमीन की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कहा गया।



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