संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय – फोटो : अमर उजाला
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वाराणसी स्थित संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय का 40वां दीक्षांत समारोह अब 31 दिसंबर को आयोजित होगा। राजभवन के आदेश पर दीक्षांत समारोह की तारीख में बदलाव किया गया है। इस विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह भी तीन दिवसीय होगा। समारोह की शुरुआत 29 दिसंबर से होगी। इसके पूर्व दीक्षांत समारोह का आयोजन 26 दिसंबर को होना था।
सोमवार को कुलपति प्रो. हरेराम त्रिपाठी की अध्यक्षता में दीक्षांत समारोह की तैयारियों के लिए योग साधना केंद्र में बैठक हुई। कुलपति प्रो. त्रिपाठी ने बताया कि दीक्षांत समारोह 26 दिसंबर के स्थान पर अब 31 दिसंबर को दो बजे से होगा। मुख्य भवन में होने वाले कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल करेंगी। कुलपति के अनुसार समारोह के अवसर पर तीन दिवसीय कार्यक्रम होंगे।
29 दिसंबर को नाट्य मंचन, 30 दिसंबर को कवि सम्मेलन और 31 दिसंबर को शास्त्रार्थ का आयोजन किया जाएगा। बैठक के दौरान कुलपति ने दीक्षांत समारोह के लिए 18 समितियों के संयोजकों और सहसंयोजकों की समीक्षा करते हुए कमियों को दूर करने का निर्देश दिया।
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ का दीक्षांत समारोह भी 31 दिसंबर को ही होगा। इसके पूर्व काशी विद्यापीठ का दीक्षांत 27 दिसंबर को निर्धारित किया गया था लेकिन राजभवन के आदेश के बाद दीक्षांत की तारीख में बदलाव किया गया है। दीक्षा उत्सव की शुरुआत 27 दिसंबर से होगी और मुख्य समारोह 31 दिसंबर को होगा। इस बार दीक्षांत समारोह को गांधी अध्ययन सभागार में आयोजित किया जाएगा। इस बार दीप प्रज्ज्वलन ना होकर उसके स्थान पर जल भरो कार्यक्रम होगा। इस बार खास है कि यह समारोह एक दिन ना होकर पांच दिन तक चलेगा।
दीक्षा उत्सव की थीम पर महोत्सव 27 दिसंबर से शुरू हो जाएंगे। 27 से 30 दिसंबर तक सांस्कृतिक, योगा, अमृत महोत्सव, काशी विद्यापीठ के सौ साल, शैक्षिक इन्क्लेव, व्याख्यान के साथ ही शिक्षकों को भी सम्मानित किया जाएगा। इस बार तीन सौ निमंत्रण पत्र भेजे जाएंगे। इसके साथ ही सारे कार्यक्रम की लाइव स्ट्रीमिंग फेसबुक, ट्विटर, यूट्यूब और इंस्टाग्राम के जरिये होगा। दीक्षांत समारोह में 21 कमेटियां कार्य करेंगी।
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वाराणसी स्थित संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय का 40वां दीक्षांत समारोह अब 31 दिसंबर को आयोजित होगा। राजभवन के आदेश पर दीक्षांत समारोह की तारीख में बदलाव किया गया है। इस विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह भी तीन दिवसीय होगा। समारोह की शुरुआत 29 दिसंबर से होगी। इसके पूर्व दीक्षांत समारोह का आयोजन 26 दिसंबर को होना था।
सोमवार को कुलपति प्रो. हरेराम त्रिपाठी की अध्यक्षता में दीक्षांत समारोह की तैयारियों के लिए योग साधना केंद्र में बैठक हुई। कुलपति प्रो. त्रिपाठी ने बताया कि दीक्षांत समारोह 26 दिसंबर के स्थान पर अब 31 दिसंबर को दो बजे से होगा। मुख्य भवन में होने वाले कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल करेंगी। कुलपति के अनुसार समारोह के अवसर पर तीन दिवसीय कार्यक्रम होंगे।
29 दिसंबर को नाट्य मंचन, 30 दिसंबर को कवि सम्मेलन और 31 दिसंबर को शास्त्रार्थ का आयोजन किया जाएगा। बैठक के दौरान कुलपति ने दीक्षांत समारोह के लिए 18 समितियों के संयोजकों और सहसंयोजकों की समीक्षा करते हुए कमियों को दूर करने का निर्देश दिया।