काशी विद्यापीठ के दीक्षांत समारोह में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल – फोटो : अमर उजाला
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यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने शनिवार को वाराणसी में कहा कि जी-20 की अध्यक्षता मिलना भारत के लिए गौरव की बात है। जी-20 सम्मेलन एक पृथ्वी, एक परिवार और एक भविष्य की थीम पर आधारित होगा। इससे भारत की विविधता में एकता का संदेश संपूर्ण विश्व तक पहुंचेगा। यह हम सभी के लिए अवसर के समान है। हमें इसका लाभ उठाना चाहिए।
राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालयों को चाहिए कि वह छात्रों को विदेशी भाषा सिखाकर जी-20 के मेहमानों की अगवानी के लिए तैयार करें। ताकि ये छात्र अपने देश की सभ्यता, संस्कृति और विश्वविद्यालय के नए आयाम के बारे में जी-20 देश के मेहमानों को जानकारी दे सकें।
मिलेट वर्ष के रूप में मनाया जाएगा वर्ष 2023
काशी विद्यापीठ व संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता करते हुए राज्यपाल ने भारत की मजबूत होती अर्थव्यवस्था की ओर भी ध्यान आकर्षित कराया। कहा कि कोरोना काल में भारत ने जो वैक्सीन बनाई उसकी सफलता दर विश्व में सर्वाधिक 72 फीसदी है। नमामि गंगे प्रोजेक्ट को विश्व के 180 प्रोजेक्ट में 10वां स्थान मिला है।
गंगा के पारिस्थितिकी तंत्र में बदलाव नजर आ रहा है। नवंबर 22 में भारत ने स्वनिर्मित रॉकेट विक्रम एस अंतरिक्ष में छोड़ा है। प्रधानमंत्री ने 2023 को मिलेट वर्ष के रूप में मनाने की बात कही थी और यूएन ने इसे घोषित भी कर दिया। इसके लिए किसानों को जागरूक किया जाए। पहले हम मोटा अनाज उगाते थे और खाते भी थे। हमने जबसे इसे उगाना और खाना छोड़ दिया, बीमारियों ने हमें घेर लिया है।
उन्होंने विश्वविद्यालय के कृषि संकाय से मोटे अनाज उगाने के साथ ही विद्यार्थियों और किसानों को जैविक खेती और मोटे अनाज के उत्पादन की जानकारी देने को कहा।
राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा कि जी-20 देशों के पास विश्व की 80 फीसदी संपत्ति है और इस बार भारत को अध्यक्षता का मौका मिला है। यूपी में लखनऊ, वाराणसी, नोएडा और आगरा में एक दिसंबर 2022 से 30 नवंबर 2023 तक इसकी बैठकें होंगी। इसमें पर्यावरण, संस्कृति, स्वास्थ्य, शिक्षा को आदान-प्रदान करने का अवसर मिलेगा।
आप सभी जी-20 की तैयारी करिए। काशीवासियों को गर्व होना चाहिए कि उनके सांसद व प्रधानमंत्री की पहल से अब देश का स्वरूप बदल रहा है। भारत आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार कर रहा है।
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यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने शनिवार को वाराणसी में कहा कि जी-20 की अध्यक्षता मिलना भारत के लिए गौरव की बात है। जी-20 सम्मेलन एक पृथ्वी, एक परिवार और एक भविष्य की थीम पर आधारित होगा। इससे भारत की विविधता में एकता का संदेश संपूर्ण विश्व तक पहुंचेगा। यह हम सभी के लिए अवसर के समान है। हमें इसका लाभ उठाना चाहिए।
राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालयों को चाहिए कि वह छात्रों को विदेशी भाषा सिखाकर जी-20 के मेहमानों की अगवानी के लिए तैयार करें। ताकि ये छात्र अपने देश की सभ्यता, संस्कृति और विश्वविद्यालय के नए आयाम के बारे में जी-20 देश के मेहमानों को जानकारी दे सकें।
मिलेट वर्ष के रूप में मनाया जाएगा वर्ष 2023
काशी विद्यापीठ व संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता करते हुए राज्यपाल ने भारत की मजबूत होती अर्थव्यवस्था की ओर भी ध्यान आकर्षित कराया। कहा कि कोरोना काल में भारत ने जो वैक्सीन बनाई उसकी सफलता दर विश्व में सर्वाधिक 72 फीसदी है। नमामि गंगे प्रोजेक्ट को विश्व के 180 प्रोजेक्ट में 10वां स्थान मिला है।