UP Chunav 2022: अखिलेश यादव के विधानसभा चुनाव क्षेत्र करहल के नाम है ऐसा रिकॉर्ड, जो अब तक नहीं टूटा

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ज्योत्यवेंद्र दुबे, अमर उजाला मैनपुरी
Published by: मुकेश कुमार
Updated Sat, 12 Feb 2022 02:03 AM IST

सार

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में सभी की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए मतदान प्रतिशत बढ़ाने पर जोर है, लेकिन आज 76 साल पहले हाईप्रोफाइल सीट करहल के नाम मतदान को लेकर ऐसा रिकॉर्ड बना, जो अब तक नहीं टूटा है। 

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मैनपुरी जिले की करहल विधानसभा सीट पर इस चुनाव में पूरे प्रदेश की नजर है। इसी सीट से पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव मैदान में हैं। इसी करहल क्षेत्र ने 1957 के विधानसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत का एक ऐसा कीर्तिमान रच दिया जो आज तक न तो खुद करहल न कोई अन्य विधानसभा तोड़ पाई। ये कीर्तिमान था 99.09 प्रतिशत मतदान का। दोबारा कभी किसी भी विधानसभा सीट के लिए इतना मतदान नहीं हुआ।
 
लोकतंत्र में सभी की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए मतदान प्रतिशत बढ़ाने पर जोर है, लेकिन 1957 के विधानसभा चुनाव में करहल विधानसभा क्षेत्र में रिकॉर्ड मतदान हुआ था। दरअसल 1957 में करहल सीट दो भागों में बंटी हुई थी। एक भाग सुरक्षित था तो दूसरा अनारक्षित। यहां जब चुनाव हुआ तो जनता ने खुलकर वोट किया। 

इसका परिणाम ये हुआ कि प्रदेश की कुल 341 विधानसभा सीटों में से करहल मतदान के मामले में सबसे आगे रहा। यहां रिकॉर्ड 99.09 प्रतिशत मतदान हुआ। करहल सीट के कुल 150453 मतदाताओं में से 149087 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। परिणाम आने पर सुरक्षित सीट पर पीएसपी के रामदीन, जबकि सामान्य सीट पर पीएसपी के ही नत्थू सिंह चुनकर आए। 

इसके बाद अब तक 16 विधानसभा चुनाव हो चुके हैं, लेकिन आज तक किसी भी सीट पर इतना मतदान नहीं हो सका। खुद करहल सीट भी ये मतदान का प्रतिशत नहीं छू पाई। इसके बात लगातार मतदान प्रतिशत में गिरावट दर्ज की गई। 1974 में करहल सीट पर 71.4 प्रतिशत मतदान हुआ। 

2007 में सबसे कम 46.29 प्रतिशत हुआ मतदान 

करहल सीट पर सबसे कम मतदान की अगर बात करें तो ये विधानसभा चुनाव 2007 में रहा। 250633 मतदाताओं में से केवल 116019 मतदाताओं ने ही मतदान किया। इसके चलते मतदान का प्रतिशत 46.29 प्रतिशत रहा। इस चुनाव में सपा के टिकट पर सोबरन सिंह यादव 52471 मत प्राप्त कर विजय रहे। 

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1957 के चुनाव में इतने पड़े थे वोट 

प्रत्याशी और पार्टी   वोट वोट प्रतिशत 
नत्थू सिंह, पीएसपी   33231 22.29 प्रतिशत 
रामदीन (एससी), पीएसपी 24800 16.63 प्रतिशत
दयानंद व्यास (एससी), कांग्रेस 24072 16.15 प्रतिशत
शिवबख्श सिंह, कांग्रेस 20479 13.74 प्रतिशत
द्वारिकाप्रसाद (एससी), निर्दल 11584 7.77 प्रतिशत 
बंशीधर, निर्दल 11377 7.63 प्रतिशत 
अंगद, निर्दल 11251   7.55 प्रतिशत 
गिरजाशंकर, निर्दल 6512 4.37 प्रतिशत 
मोहरमान सिंह (एससी), निर्दल 5781 3.88 प्रतिशत 
कुल 149087 99.09 प्रतिशत

 

विस्तार

मैनपुरी जिले की करहल विधानसभा सीट पर इस चुनाव में पूरे प्रदेश की नजर है। इसी सीट से पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव मैदान में हैं। इसी करहल क्षेत्र ने 1957 के विधानसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत का एक ऐसा कीर्तिमान रच दिया जो आज तक न तो खुद करहल न कोई अन्य विधानसभा तोड़ पाई। ये कीर्तिमान था 99.09 प्रतिशत मतदान का। दोबारा कभी किसी भी विधानसभा सीट के लिए इतना मतदान नहीं हुआ।

 

लोकतंत्र में सभी की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए मतदान प्रतिशत बढ़ाने पर जोर है, लेकिन 1957 के विधानसभा चुनाव में करहल विधानसभा क्षेत्र में रिकॉर्ड मतदान हुआ था। दरअसल 1957 में करहल सीट दो भागों में बंटी हुई थी। एक भाग सुरक्षित था तो दूसरा अनारक्षित। यहां जब चुनाव हुआ तो जनता ने खुलकर वोट किया। 

इसका परिणाम ये हुआ कि प्रदेश की कुल 341 विधानसभा सीटों में से करहल मतदान के मामले में सबसे आगे रहा। यहां रिकॉर्ड 99.09 प्रतिशत मतदान हुआ। करहल सीट के कुल 150453 मतदाताओं में से 149087 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। परिणाम आने पर सुरक्षित सीट पर पीएसपी के रामदीन, जबकि सामान्य सीट पर पीएसपी के ही नत्थू सिंह चुनकर आए। 

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