उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में द्वारिका कुंज कॉलोनी में सोमवार को एक घर में आग लग गई। हादसे में कस्टम अधिकारी की 61 वर्षीय मां राजरानी गौतम जिंदा जल गई। वह घर में अकेली थीं। सुबह से घर से बाहर नहीं निकलीं। शाम को पड़ोसी महिला ने उनकी बेटी को फोन करके बताया। बेटी घर पहुंची तब आग लगने का पता चला। दमकल ने आग पर काबू पा लिया है। पुलिस का कहना है कि एसी में शॉर्ट सर्किट से आग लगने की आशंका है। जांच की जा रही है।
घटना हरिपर्वत थाना क्षेत्र अंतर्गत भावना एस्टेट स्थित द्वारिका कुंज कॉलोनी की है। मूलरूप से सादाबाद थाना क्षेत्र के लालगढ़ी गांव निवासी कृष्णदत्त गौतम खाद्य एवं रसद विभाग से सेवानिवृत्त हुए हैं। वह आलू किसान भी हैं। बड़ा बेटा सचिन गौतम एसपी कस्टम अधिकारी है। वह दिल्ली में तैनात हैं। छोटा बेटा पुनीत सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। लंदन में रहता है। बेटी अनुपमा डीपीएस स्कूल में शिक्षिका है। वह कमला नगर में रहती है।
कृष्णदत्त गौतम ने बताया कि वह छह साल से द्वारिका कुंज कॉलोनी में रह रहे हैं। खेतों में आलू की फसल बोई है। मजदूर काम कर रहे हैं। इस पर वो रोजाना सुबह नौ बजे गांव चले जाते हैं। रात को आते हैं। सोमवार को भी गए थे। शाम को बेटी अनुपमा को पड़ोसी नीरू ने फोन किया। बताया कि नौकरानी सीमा दो बार घर आई थी। मगर, अंदर से दरवाजा नहीं खुला।
चिंता होने पर बेटी घर आ गई। दरवाजा खटखटाया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। पड़ोसी दरवाजा तोड़ने में जुट गए। ड्राइंग रूम की खिड़की तोड़ने पर घर से धुआं निकलने लगा। कुछ ही देर में लपटें निकलने लगीं। यह देखकर वो घबरा गईं। पड़ोसियों ने किसी तरह गेट खोला। इसके बाद अंदर प्रवेश कर पानी डाला।
सूचना पर दमकल और पुलिस भी आ गई। दमकलकर्मियों ने आग बुझाई। ड्राइंग रूम के बगल के कमरे में राजरानी बेड पर मृत पड़ी मिलीं। उनका चेहरा जल गया था। पलंग जल रहा था। बेड के पास जला हुआ एसी फर्श पर पड़ा था। उसकी वायरिंग में आग लगी थी। लकड़ी की अलमारी भी जल गई थी। एसीपी हरीपर्वत मयंक तिवारी ने बताया कि एसी में शॉर्ट-सर्किट से आग लगने की आशंका है। जांच की जा रही है।
बेटी ने तोड़ीं खिड़कियां, घर से निकलने लगा धुआं
बेटी अनुपमा ने बताया कि शाम को 5:20 बजे पड़ोसी नीरू ने फोन किया था। बताया कि सुबह नौकरानी सीमा घर आई थी। तब मां ने दरवाजा नहीं खोला। नौकरानी शाम को भी आई। तब भी दरवाजा बंद था। मां सुबह से घर से बाहर नहीं आई थीं। पड़ोसी की सूचना पर वो घर पहुंच गईं। मुख्य दरवाजा खुला हुआ था। मगर, घर के अंदर ड्राइंग रूम और लाबी का गेट अंदर से बंद थे।
आग एक ही कमरे में लगी थी
इसके बाद उसने पति और पिता को फोन किया। इसके बाद खिड़कियों के शीशे तोड़े गए। अंदर से कोई आवाज नहीं आई। मगर, धुआं बाहर आने लगा। वह घबरा गईं। पड़ोसी आ गए। उन्होंने सब्बल से दरवाजा तोड़कर खोल दिया। घर के अंदर आग लगी हुई थी। कुछ लोगों ने सबमर्सिबल पंप चलाकर पानी डाला। बाद में पुलिस पहुंच गई। घर में धुआं भरा हुआ था। आग एक ही कमरे में लगी थी।