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कांवड़ ले जाते श्रद्धालु
– फोटो : अमर उजाला
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महाशिवरात्रि पर्व पर शनिवार को पूरा माहौल भोले की भक्ति में रम जाएगा। इसे लेकर शिवालयों में काफी तैयारी की गई है। पूरे दिन कांवड़ियों की टोलियां शहर से होकर गुजरी। पूरे दिन घुंघरुओं की रुनझुन और बम-बम भोले के जयकारों से वातावरण शिवमय रहा।
महाशिवरात्रि पर्व की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। शनिवार को शिव मंदिरों में भोलेबाबा का शृंगार किया जाएगा। शिव मंदिरों में मेला लगने के अलावा भव्य झांकियां भी महाशिवरात्रि पर सजाई जाएंगी। जलाभिषेक के साथ भक्त मनोरथ पूर्ण होने की कामना अविनाशी शिव से करेंगे। शहर व आसपास क्षेत्र से बड़ी संख्या में शिवभक्त कांवड़ लेने के लिए गंगाघाटों पर गए हैं।
सड़कों पर जगह जगह शिवभक्तों को जलपान, विश्राम आदि के लिए शिविर लगाए गए हैं। बाजारों में भी इस पर्व की धूम मची है। शिवरात्रि भगवान शिव और मां शक्ति के मिलन का पर्व है। जो शिवभक्तों को इच्छित फल, समृद्धि देने वाला है। इस दिन शिवभक्त उपवास रखकर शिव की साधना करते हैं तो दूसरी ओर बहुत से भक्त गंगा जी से जल लाकर महादेव का अभिषेक करते हैं।
शुक्रवार को शहर में चारों ओर बम-बम भोले, हर हर गंगे के जयकारे सुनाई दे रहे थे। आगरा अलीगढ़, हाथरस, मथुरा और सिकंदराराऊ मार्ग पर कांवड़ियों की लंबी-लंबी कतारें दिखाई दे रहीं थी। कांवड़ियों के पेरों में बंधे घुंघरूओं की आवाज जगह-जगह सुनाई दे रही थी।
मनोकामना की पूर्ति के लिए करें शिव उपासना
आचार्य बल्लभ जी महाराज ने बताया कि इस बार महाशिवरात्रि पर सर्वार्थ सिद्ध योग पड़ा रहा है। इसलिए भक्त मनोकामना पूर्ति के लिए विधिवत शिव उपासना करें। इस दिन रुद्राभिषेक विशेष महत्व है। लक्ष्मी जी को प्रसन्न करने के लिए गन्ने के रस से शिव का अभिषेक करें। शत्रु पर विजय प्राप्त करने के लिए तेल से अभिषेक करें। कन्याएं वर प्राप्ति के लिए गौरा जी की उपासना करें। सामान्यत: गंगाजल, दूध, दही, बेलपत्र, बेर, धतूरा आदि चढ़ाने से शिव जी कृपा भक्तों पर बरसेगी।
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