[ad_1]
उमेश पाल की हत्या का सीसीटीवी फुटेज।
– फोटो : अमर उजाला।
विस्तार
राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और उसके गनर की हत्या के मामले में सोमवार को मुठभेड़ के दौरान मारे गए अरबाज के घर ही नहीं बल्कि उसके गांव में भी सन्नाटा पसरा रहा। पिता आफाक और चार भाई घटना के बाद से ही गायब हैं। घर में सिर्फ मां और उसकी भाभी ही हैं। उन्होंने भी खुद को घर के भीतर ही कैद कर लिया है।
उधर, गांव वाले भी इस बाबत कुछ बोलने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। सल्लाहपुर में रहने वाला अफाक उर्फ मिंगा माफिया अतीक अहमद की गाड़ी चलाता था। 2005 में राजू पाल हत्याकांड के बाद उसने खुद को अतीक से अलग कर लिया। लेकिन, कुछ सालों बाद फिर उसकी गाड़ी चलाने लगा।
अतीक के जेल जाने के बाद से काम धंधा बंद हुआ तो उसने घर में ही पोल्ट्री फार्म खोल लिया। पांच बेटों में दूसरे नंबर का अरबाज इसी पोल्ट्री फॉर्म की गाड़ी चलाता था। उसकी शादी नहीं हुई थी। बताया जा रहा है कि पिछले 4-5 दिनों से कुछ लोग उससे मिलने जुलने आया करते थे।
उमेश पाल की हत्या के बाद से अचानक वह गायब हो गया। सोमवार को उसके मुठभेड़ में मारे जाने की खबर पहुंची तो घरवाले और गांव वाले स्तब्ध रह गए। बताया जा रहा है कि घटना की जानकारी मिलने के बाद से ही उसकी मां और भाभी ने खुद को घर के भीतर बंद कर लिया और किसी से कोई बात नहीं की।
[ad_2]
Source link