फतेहपुर जिले के हुसैनगंज कोतवाली क्षेत्र में सामूहिक दुष्कर्म की वारदात को अंजाम देने वाले युवक पूरी रात मेला परिसर के आसपास घूम-घूमकर घटनाएं करते रहे। दूसरी घटना में पीड़ितों के आरोपियों की पहचान के बाद ये बात साफ हो गई।
आरोपियों ने पहले दुष्कर्म जैसा कुकृत्य किया। फिर दूसरी घटना में युवती और किशोरियों से छेड़खानी और मारपीट की। विरोध पर दौड़ा-दौड़ाकर बेल्ट से पीटा। इन पीड़ितों ने थाने में सभी को पहचान लिया। पुलिस ने एक युवती की तहरीर पर आरोपियों के खिलाफ छेड़खानी, मारपीट, धमकी, पाक्सो एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
थाना क्षेत्र के शोभन सरकार मेले से रविवार रात घर लौट रही एक गांव की नाबालिग चचेरी बहनों के साथ छह युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया था। पुलिस ने मामले में मिर्जापुर मजरे तालुके गांव के प्रभात यादव, दिलीप यादव, प्रदीप यादव, विकास यादव, शैलेंद्र यादव और हथगाम थाने के राजन यादव को गिरफ्तार किया।
पुलिस दो और युवकों की भूमिका की जांच में जुटी है। इसी रात एक और घटना हुई थी। इस घटना में एक 23 वर्षीय युवती, 19 वर्षीय युवती, 12 वर्षीय किशोरी, 11 वर्षीय किशोरी और 12 वर्ष का किशोर भी मेला देखकर घर लौट रहे थे। इन्हें रास्ते में छह युवकों ने पकड़ा और छेड़खानी की थी।
विरोध करने पर चारों को बेल्ट से पीटकर जान से मारने की धमकी दी थी। मोबाइल भी छीन ले गए थे। पुलिस ने इस मामले में युवती (23) की तहरीर पर घटना के समय आरोपियों द्वारा एक-दूसरे के लिए गए नामों के आधार पर शैलेंद्र, प्रभात, दिलीप के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस ने आरोपियों की पहचान कराई।
पीड़ितों ने बाकी तीन प्रदीप, विकास और राजन को पहचान लिया। पुलिस इन तीनों को विवेचना दौरान प्रकाश में लाई है। प्रभारी निरीक्षक राजेंद्र सिंह ने बताया कि दूसरे छेड़खानी के मामले में भी इन्हीं आरोपियों ने घटना की थी। सामूहिक दुष्कर्म और छेड़खानी के मुकदमे में आरोपियों को जेल भेजा गया है।
आरोपियों और पीड़ितों के कपड़े, डीएनए सुरक्षित
मेडिकल जांच के दौरान पीड़ित चचेरी बहनों के कपड़ों को सुरक्षित किया गया है। उनका डीएनए सैंपल भी जांच के लिए डाक्टर ने सुरक्षित किया है। सारे आरोपियों के कपड़े और डीएनए सैंपल सुरक्षित किया गया है। सैंपल जल्द ही विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजे जाएंगे।