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अस्पताल में स्वास्थय विभाग के अधिकारी जानकारी करते हुए
– फोटो : अमर उजाला
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अलीगढ़ महानगर के डोरी नगर इलाके में एक परिवार में आयोजित शादी समारोह में बची मिठाई खाने से पांच दर्जन लोग लोग बीमार हो गए। मोहल्ले के साथ-साथ दूल्हा-दुल्हन पक्ष के करीब पांच दर्जन लोग फूड प्वाइजनिंग का शिकार हुए और दोनों मोहल्लों में सोमवार देर रात से हायतौबा मच गई। मरीजों को अलग अलग अस्पतालों में भरती कराया गया। खबर पर तड़के स्वास्थ्य टीम भी दोनों इलाकों में पहुंच गई। दोपहर में जाकर स्थिति नियंत्रित हुई। अभी एक दर्जन मरीज अलग अलग अस्पतालों में उपचार पा रहे हैं।
डोरी नगर के आदर्श बुद्ध विहार निवासी सेवानिवृत्त दरोगा गेंदा सिंह की बेटी की रविवार को इलाके के एक गेस्ट हाउस में शादी थी। बारात पड़ोस के मोहल्ला कुंवर नगर से आई थी। शादी समरोह सकुशल संपन्न हुआ। इसमें मिठाई के तौर पर गाजर का हलवा व रसगुल्ला बने थे। रात में रिश्तेदारों, दुल्हा-दूल्हन पक्ष के लोगों ने यह मिठाई खाई। सोमवार को बची हुई मिठाई गेंदा सिंह पक्ष ने मोहल्ले में आसपास के लोगों को बांट दी। इसके बाद सोमवार देर शाम से लोगों के बीमार होने का क्रम शुरू हुआ। अचानक से लोग उल्टी-दस्त से ग्रसित होने लगे। एक साथ लोगों के इस तरह बीमार होने पर लोग माजरा समझ गए और आनन-फानन रात दस बजे बच्चों व महिलाओं को दीनदयाल अस्पताल, जिला अस्पताल के अलावा रामघाट रोड के एक चाइल्ड केयर हॉस्पिटल, क्वार्सी बाईपास के निजी अस्पताल में भरती कराया गया। जानकारी मिली कि दूल्हा पक्ष के मोहल्ले में भी लोग बीमार हुए हैं।
तड़के नौरंगाबाद पीएचसी के जरिये यह खबर स्वास्थ्य अधिकारियों को मिली तो संक्रामक रोग अधिकारी डा.शोएब सहित पूरी टीम दोनों मोहल्लों में सक्रिय हुईं। लोगों को घरों पर ही उपचार देना शुरू किया गया। साथ में अस्पतालों में भरती मरीजों की निगरानी शुरू की गई। तब जाकर दोपहर तक हालात काबू हुए। देर शाम समाचार लिखे जाने तक एक दर्जन मरीज भरती थे, जिनमें कुछ बच्चे व कुछ महिलाएं हैं। हालांकि उनकी स्थिति में लगातार सुधार हो रहा है।
शादी में रखी हुई मिठाई खाने से दो मोहल्लों में फूड प्वाइजनिंग हुई। अब तक 55 करीब मरीज चिह्नित किए गए। जिनमें से अब सभी की स्थिति ठीक है। मोहल्ले में दवाओं का वितरण किया गया है। मात्र एक दर्जन मरीज ऐसे हैं, जो भरती हैं। इनमें कुछ दूर के रिश्तेदार ऐसे थे, जो बिना उपचार के अपने घरों को चले गए। -डा.शोएब, संक्रामक रोग अधिकारी
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