क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर मुनाफे का लालच देकर आगरा के एक फर्म संचालक से 20 लाख रुपये की धोखाधड़ी की गई है। पीड़ित ने एक महीने पहले थाना न्यू आगरा में मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस की कार्रवाई नहीं होने पर पीड़ित ने मंगलवार को पुलिस आयुक्त से मुलाकात की। कहा कि आरोपी विदेश भाग सकते हैं। सरगना ने अपना ठिकाना थाईलैंड में बना लिया है। बाकी भी नहीं पकड़े गए तो वो भी भाग जाएंगे। पुलिस आयुक्त ने डीसीपी सिटी को गिरफ्तारी के लिए दबिश और लुक आउट नोटिस जारी कराने के लिए निर्देशित किया है।
न्यू सुभाष नगर की लायर्स कालोनी निवासी जयप्रताप सिंह ने 16 नवंबर को थाना न्यू आगरा में मुकदमा दर्ज कराया था। वह टीजे एंटरप्रोइजेज के पार्टनर हैं। उन्होंने बताया कि 12 अगस्त को रवि पंचाल ने फोन किया। कहा कि वह सिलीकोन ड्राइव का मार्केटिंग हेड है। क्रिप्टोकरेंसी एक महीने में 50 रुपये से एक रुपये पर पहुंच गई है। आने वाले दो से तीन महीने में तीन से चार रुपये और छह महीने में 150 रुपये हो जाएगा। कंपनी के मालिक सुभाष जेवरिया के बारे में बताया कि उन्होंने एंटीसी क्वाइन लांच की थी, जो 50 पैसे से बढ़कर 180 रुपये तक पहुंच गई। इसमें काफी लोगों ने निवेश कर लाभ कमाया। उन्हें भी निवेश का लालच दिया।
जूम एप से सुभाष जेवरिया ने की थी बात
पीड़ित के पास ऋषिकेश निवासी देवेंद्र पंचाल उर्फ बंटी ने फोन करके कोयल करेंसी के 80 से 100 रुपये पहुंचने का आश्वासन दिया। इस पर उन्होंने 20 लाख रुपये का निवेश कर दिया। उन्हें ट्रंक लिंक नामक एप से जोड़ दिया गया। जूम एप पर सुभाष जेवरिया ने भी बात की। उन्होंने कंपनी के भविष्य की योजनाएं बताकर झांसा दिया। जब क्रिप्टोकरेंसी के रेट नहीं बढ़े तो उन्होंने अपनी निवेश की हुई रकम वापस मांगी। इस पर बात करना बंद कर दिया। मामले में पुलिस विवेचना कर रही है।
मालिक विदेश में रहने लगा
जयप्रताप सिंह ने मंगलवार को पुलिस आयुक्त डॉ. प्रीतिंदर से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि एक महीने बाद भी मुकदमे की विवेचना में कोई प्रगति नहीं हुई है। आरोपी सुभाष जेवरिया ने कई लोगों को ठगी का शिकार बनाया है। उसके खिलाफ महाराष्ट्र में भी मुकदमा दर्ज है। अब वो थाईलैंड भाग गया है। उसने बार खोल लिया है। उसके दो साथी रवि और देवेंद्र पंचाल भी भागने वाले हैं। उनके खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी नहीं किया जा रहा है। इस पर पुलिस आयुक्त ने थाना न्यू आगरा पुलिस को निर्देशित किया। कहा कि लुक आउट नोटिस जारी करने की कार्रवाई की जाए। आरोपियों की गिरफ्तारी होनी चाहिए।
पुलिस आयुक्त ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश के निर्देश डीसीपी सिटी विकास कुमार को दिए हैं। उनसे कहा है कि आरोपियों का लुक आउट नोटिस सक्षम अधिकारी जारी करेंगे। इसमें कार्रवाई शुरू कराई जाए। इसके साथ ही आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एक टीम को लगाया जाए। संभावित स्थान पर दबिश दी जाए।
विस्तार
क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर मुनाफे का लालच देकर आगरा के एक फर्म संचालक से 20 लाख रुपये की धोखाधड़ी की गई है। पीड़ित ने एक महीने पहले थाना न्यू आगरा में मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस की कार्रवाई नहीं होने पर पीड़ित ने मंगलवार को पुलिस आयुक्त से मुलाकात की। कहा कि आरोपी विदेश भाग सकते हैं। सरगना ने अपना ठिकाना थाईलैंड में बना लिया है। बाकी भी नहीं पकड़े गए तो वो भी भाग जाएंगे। पुलिस आयुक्त ने डीसीपी सिटी को गिरफ्तारी के लिए दबिश और लुक आउट नोटिस जारी कराने के लिए निर्देशित किया है।
न्यू सुभाष नगर की लायर्स कालोनी निवासी जयप्रताप सिंह ने 16 नवंबर को थाना न्यू आगरा में मुकदमा दर्ज कराया था। वह टीजे एंटरप्रोइजेज के पार्टनर हैं। उन्होंने बताया कि 12 अगस्त को रवि पंचाल ने फोन किया। कहा कि वह सिलीकोन ड्राइव का मार्केटिंग हेड है। क्रिप्टोकरेंसी एक महीने में 50 रुपये से एक रुपये पर पहुंच गई है। आने वाले दो से तीन महीने में तीन से चार रुपये और छह महीने में 150 रुपये हो जाएगा। कंपनी के मालिक सुभाष जेवरिया के बारे में बताया कि उन्होंने एंटीसी क्वाइन लांच की थी, जो 50 पैसे से बढ़कर 180 रुपये तक पहुंच गई। इसमें काफी लोगों ने निवेश कर लाभ कमाया। उन्हें भी निवेश का लालच दिया।
जूम एप से सुभाष जेवरिया ने की थी बात
पीड़ित के पास ऋषिकेश निवासी देवेंद्र पंचाल उर्फ बंटी ने फोन करके कोयल करेंसी के 80 से 100 रुपये पहुंचने का आश्वासन दिया। इस पर उन्होंने 20 लाख रुपये का निवेश कर दिया। उन्हें ट्रंक लिंक नामक एप से जोड़ दिया गया। जूम एप पर सुभाष जेवरिया ने भी बात की। उन्होंने कंपनी के भविष्य की योजनाएं बताकर झांसा दिया। जब क्रिप्टोकरेंसी के रेट नहीं बढ़े तो उन्होंने अपनी निवेश की हुई रकम वापस मांगी। इस पर बात करना बंद कर दिया। मामले में पुलिस विवेचना कर रही है।