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आगरा दीवानी से फरार हुए गैंगस्टर विनय श्रोत्रिय की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है, लेकिन उसके दो साथी राहुल कश्यप और पिंटा उर्फ शिवराम बुधवार रात को पकड़े गए। उन्होंने गैंगस्टर की फरारी में ढाई लाख रुपये के लालच में सहयोग किया था। दोनों उसे मथुरा ले गए थे। आरोपी अपने परिचितों के यहां रुका था। अवागढ़ में दोनों साथियों को 18 हजार रुपये देकर फरार हो गया था।
13 जुलाई को गैंगस्टर विनय श्रोत्रिय दीवानी से फरार हुआ था। उस पर 50 हजार का इनाम घोषित किया गया है। आरोपी की धरपकड़ के लिए एसओजी प्रभारी कुलदीप दीक्षित, थाना न्यू आगरा प्रभारी विजय विक्रम सिंह, सीआईडब्ल्यू टीम प्रभारी प्रदीप कुमार लगे हैं। बुधवार रात को खंदारी क्षेत्र से उसके दो साथी फिरोजाबाद के इंद्रपुरी निवासी राहुल कश्यप और दौलतपुर निवासी पिंटा उर्फ शिवराम यादव मुठभेड़ के बाद पकड़ लिए गए। दोनों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित था। उनके पास से दो तमंचे और एक बाइक बरामद की है।
हर मिलाई पर रुपये देता था गैंगस्टर
एसपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ की गई। राहुल जेल जा चुका है। तब उसकी मुलाकात विनय से हुई। राहुल जमानत पर बाहर आ गया। विनय उसे मैसेंजर पर मैसेज भेजता था। वीडियो कॉल भी करता था। वह कई बार विनय से मिलने दीवानी और जेल भी आया। हर मिलाई पर विनय उसे दो से ढाई हजार रुपये देता था।
उसके साथ पिंटा, सोनू और ऋषभ भी जाते थे। उन्होंने बताया कि विनय पर 40 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। इस कारण उनकी जमानत नहीं हो पा रही थी। वह जेल से बाहर आना चाहता था। हर मुलाकात पर भागने की कहता था, लेकिन वो उसकी बातों में नहीं आए। एक दिन उसने भगाने में मदद करने पर ढाई लाख रुपये देने की बात कही। इससे सभी लालच में आ गए।
परिचितों के यहां गुजारी रात
पुलिस की पूछताछ में पता चला कि घटना वाले दिन राहुल, पिंटा, सोनू और ऋषभ राजपूत आए थे। विनय से सोनू मिला। उसने राहुल की फोन पर बात कराई। उसने दोनों को गेट नंबर चार पर बाइक लेकर बुलाया। सिपाही को गच्चा देकर विनय आया। राहुल और पिंटा उसे भदावर हाउस के बगल के रास्ते से हाईवे पर ले गए। ऋषभ और सोनू दीवानी में ही रह गए।
वो उसे सिकंदरा होते हुए राया कट पहुंचे। यहां गुड्डू पहलवान के घर गए। मगर, पता चला कि वह फरारी काट रहा है। इस पर तीनों वहां से चल दिए। गुड्डू के दोस्त हरिदास के घर पहुंचे। वह लूट के मामले में जेल गया था। उसके फोन से विनय ने किसी से बात की। रात में एक गांव में रुके। विनय ने अपने परिचित के घर पर रात गुजारी। वह अपना नाम राजेश यादव बता रहा था। उसका भाई दुष्कर्म के मामले में जेल जा चुका है।
आरोपी दूसरे दिन सासनी के एक गांव में गए। वहां विनय ने तमंचे लाकर दिए। उसके बाद मथुरा के गोवर्धन में रात गुजारी। 15 जुलाई को शिकोहाबाद चले गए। इसके बाद में बाइक से फरिहा होते हुए अवागढ़ चले गए, जहां विनय ने 18 हजार रुपये देकर चला गया। आरोपियों ने कई और नाम बताए हैं, जिनके बारे में पुलिस पता कर रही है।
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आगरा दीवानी से फरार हुए गैंगस्टर विनय श्रोत्रिय की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है, लेकिन उसके दो साथी राहुल कश्यप और पिंटा उर्फ शिवराम बुधवार रात को पकड़े गए। उन्होंने गैंगस्टर की फरारी में ढाई लाख रुपये के लालच में सहयोग किया था। दोनों उसे मथुरा ले गए थे। आरोपी अपने परिचितों के यहां रुका था। अवागढ़ में दोनों साथियों को 18 हजार रुपये देकर फरार हो गया था।
13 जुलाई को गैंगस्टर विनय श्रोत्रिय दीवानी से फरार हुआ था। उस पर 50 हजार का इनाम घोषित किया गया है। आरोपी की धरपकड़ के लिए एसओजी प्रभारी कुलदीप दीक्षित, थाना न्यू आगरा प्रभारी विजय विक्रम सिंह, सीआईडब्ल्यू टीम प्रभारी प्रदीप कुमार लगे हैं। बुधवार रात को खंदारी क्षेत्र से उसके दो साथी फिरोजाबाद के इंद्रपुरी निवासी राहुल कश्यप और दौलतपुर निवासी पिंटा उर्फ शिवराम यादव मुठभेड़ के बाद पकड़ लिए गए। दोनों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित था। उनके पास से दो तमंचे और एक बाइक बरामद की है।
हर मिलाई पर रुपये देता था गैंगस्टर
एसपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ की गई। राहुल जेल जा चुका है। तब उसकी मुलाकात विनय से हुई। राहुल जमानत पर बाहर आ गया। विनय उसे मैसेंजर पर मैसेज भेजता था। वीडियो कॉल भी करता था। वह कई बार विनय से मिलने दीवानी और जेल भी आया। हर मिलाई पर विनय उसे दो से ढाई हजार रुपये देता था।
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