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जापान की पर्यटक मैरी मारीयामा तीन साल पहले आगरा में ठगी का शिकार हुईं थी। सोने के जेवरात के व्यापार में 50 फीसदी का साझीदार बनाने का झांसा देकर 23 लाख रुपये माल खरीदने के लिए ले लिए गए। न जेवरात भेजे गए, न रकम वापस की गई। छह महीने पहले पुलिस से शिकायत की, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। अब वह दूसरी बार आगरा आई हैं। सोमवार को वह एसएसपी ऑफिस पहुंचीं।
मैरी मारीयामा का जापान में गेस्ट हाउस है। वह पहली बार 6 मार्च, 2019 को भारत आई थीं। दिल्ली से राजस्थान के पुष्कर गईं। आगरा आने से पहले ताजगंज क्षेत्र के एक होटल को बुक किया। होटल के लिए कार से आईं। चालक को होटल की लोकेशन नहीं मिली। रास्ते में उसने ताजगंज निवासी अली हुसैन से मारीयामा को मिलवाया। उसने उन्हें दूसरे होटल में ठहरा दिया।
दोनों आरोपियों ने की थी ठगी
आरोप है कि दूसरे दिन अली हुसैन अपने रिश्तेदार के साथ आया। दोनों उन्हें एक एंपोरियम में ले गए। इस दौरान सोने के जेवरात के व्यापार की योजना समझाई। मुनाफे को आधा-आधा बांटने की बात कही। मैरी मारीयामा तैयार हो गईं। दोनों उनके साथ मुंबई गए और उनके क्रेडिट कार्ड से सोने के जेवरात खरीदवा दिए। कहा कि यह जेवरात जापान में पहुंच जाएंगे। मारीयामा वापस चली गईं।
तीन महीने में भी जेवरात नहीं पहुंचे तो वह जुलाई, 2019 में फिर आगरा आईं। अली हुसैन ने कहा कि माल कस्टम में फंस गया है। वापस लेने की प्रक्रिया चल रही है। इस बार फिर से मुंबई ले जाकर सोने की खरीदारी कराई। 19 बार में तकरीबन 23 लाख रुपये का भुगतान कराया गया।
काफी समय तक जेवरात नहीं पहुंचने पर मारीयामा ने पूछा तो अली हुसैन बहाना बनाता रहा। दो साल कोरोना संक्रमण की वजह से वह नहीं आ सकीं। सोमवार को वह एसएसपी आफिस पहुंचीं लेकिन उनसे मुलाकात नहीं हो सकी। अब वह मंगलवार को दोबारा प्रार्थनापत्र देंगी।
पुलिस जुटा रही साक्ष्य
थाना पर्यटन के प्रभारी निरीक्षक जय सिंह परिहार का कहना है कि मामले में जांच की जा रही है। सोना मुंबई में खरीदा गया था। इसके कागजात निकलवाए जा रहे हैं। मामला धोखाधड़ी का है। साक्ष्य जुटाने के बाद कार्रवाई होगी।
पर्यटकों को शिकार बना रहे लपके
ऐसा पहली बार नहीं है, जब आगरा में पर्यटकों के साथ धोखाधड़ी हुई है। कभी होटल दिलवाने तो कभी सस्ता सामान दिलाने के नाम पर पर्यटक ठगी का शिकार हो चुके हैं। यहां तक की ताजमहल की टिकट दिलाने के नाम पर भी पर्यटकों से ठगी कर चुके हैं।
विस्तार
जापान की पर्यटक मैरी मारीयामा तीन साल पहले आगरा में ठगी का शिकार हुईं थी। सोने के जेवरात के व्यापार में 50 फीसदी का साझीदार बनाने का झांसा देकर 23 लाख रुपये माल खरीदने के लिए ले लिए गए। न जेवरात भेजे गए, न रकम वापस की गई। छह महीने पहले पुलिस से शिकायत की, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। अब वह दूसरी बार आगरा आई हैं। सोमवार को वह एसएसपी ऑफिस पहुंचीं।
मैरी मारीयामा का जापान में गेस्ट हाउस है। वह पहली बार 6 मार्च, 2019 को भारत आई थीं। दिल्ली से राजस्थान के पुष्कर गईं। आगरा आने से पहले ताजगंज क्षेत्र के एक होटल को बुक किया। होटल के लिए कार से आईं। चालक को होटल की लोकेशन नहीं मिली। रास्ते में उसने ताजगंज निवासी अली हुसैन से मारीयामा को मिलवाया। उसने उन्हें दूसरे होटल में ठहरा दिया।
दोनों आरोपियों ने की थी ठगी
आरोप है कि दूसरे दिन अली हुसैन अपने रिश्तेदार के साथ आया। दोनों उन्हें एक एंपोरियम में ले गए। इस दौरान सोने के जेवरात के व्यापार की योजना समझाई। मुनाफे को आधा-आधा बांटने की बात कही। मैरी मारीयामा तैयार हो गईं। दोनों उनके साथ मुंबई गए और उनके क्रेडिट कार्ड से सोने के जेवरात खरीदवा दिए। कहा कि यह जेवरात जापान में पहुंच जाएंगे। मारीयामा वापस चली गईं।
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