आगरा के थाना सिकंदरा पुलिस ने पायल व्यापारी नवीन वर्मा की सिर काटकर हत्या के मामले में आरोपी भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष टिंकू भार्गव और उसके साथी अनिल के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट लगा दी है। इसमें 40 गवाह बनाए गए हैं।
थाना सिकंदरा के प्रभारी निरीक्षक आनंद कुमार शाही ने बताया कि व्यापारी नवीन वर्मा की हत्या दोस्त टिंकू ने अपने साथी अनिल के साथ मिलकर की थी। दोनों आरोपी मौके पर ही पकड़ लिए गए थे। पुलिस की विवेचना में सामने आया था कि आरोपी टिंकू ने नवीन को नौकरी का लालच दिया था। इसको लेकर उससे रुपये ऐंठ रहा था। उसके घर भी आने लगा। यह भी कहा था कि वह पार्टी में अच्छा पद उसे दिला देगा। इस कारण नवीन उसके साथ रहने लगा था। उसके साथ जाता था। टिंकू पार्टी करता था, इसका खर्च नवीन उठाता था। मगर, दोनों के नजदीक के संबंध ज्यादा दिन नहीं रहे।
टिंकू नवीन से गाली देकर बात करने लगा। सार्वजनिक स्थान पर भी लोगों के सामने उल्टा-सीधा बोलता था। यह बात नवीन को बुरा लगने लगी। वह उससे दूरी बनाने लगा। उधर, नवीन की पत्नी उसके घर आने पर आपत्ति कर रही थी। नवीन ने उसके घर आने पर रोक लगा दी और मिलना बंद कर दिया। यह बात टिंकू को बुरा लग रही थी। इसीलिए उसने अपने साथी के साथ हत्या की साजिश रची।
लोहामंडी स्थित तरकारी गली निवासी नवीन वर्मा (38) का गिलट की पायल का काम था। उनकी चार अगस्त की रात को हत्या हुई थी। सिकंदरा पुलिस ने अरसेना में हत्यारोपी छत्ता के भैरो बाजार निवासी भाजपा नेता टिंकू और उसके साथी अनिल को पकड़ा था। उनकी कार से नवीन का कटा सिर बरामद हुआ था, जबकि धड़ सड़क पर पड़ा था।
पुलिस के मुताबिक, टिंकू ने नवीन को मिलने बुलाया था। उसे शराब पिलाई और कार में अपने साथ ले गया। नवीन की हत्या कर दी। इसके बाद चाकू से काटकर सिर धड़ से अलग कर दिया। शव को ठिकाने लगाने की तैयारी थी, लेकिन पुलिस ने रंगेहाथ पकड़ लिया। हत्याकांड के मामले में आरोपी टिंकू और मृतक नवीन की कॉल डिटेल और रिकॉर्डिंग से पुलिस को कई सुराग मिले थे।
ये मिले साक्ष्य
- नवीन का सिर काटकर धड़ से अलग किया था। सिर को पॉलिथीन में रख लिया था। इसके बाद धड़ को गांव अरसेना में हाईवे किनारे के जंगल में फेंकने के बाद सिर को यमुना में फेंकने की तैयारी कर चुके थे।
- पुलिस ने आरोपियों को धड़ और सिर के साथ पकड़ा था। कार में खून था। आरोपियों के कपड़ों पर भी खून लगा मिला। ग्लव्स में भी खून था। यह अहम साक्ष्य हैं।
- 31 जुलाई से चार अगस्त तक टिंकू और नवीन के बीच मोबाइल पर बातचीत हुई थी। यह कॉल डिटेल से पता चला।
- तीन अगस्त को टिंकू ने अनिल को कॉल किया। कहा था कि काम पूरा कर देना। इससे आशंका है कि वह चाकू लाने की कह रहा था।
- लोक निर्माण विभाग के सीसीटीवी कैमरों के फुटेज में टिंकू और नवीन नजर आए थे।
- बिजलीघर पर नवीन का स्कूटर खड़ा कराया था। इसके बाद आरोपी कार में उसे लेकर गया था।
- आरोपियों को एसआई मोहकम सिंह, आरक्षी सूरज, होमगार्ड अरुण और अंबिका ने पकड़ा था। पुलिस ने उनके साथ 40 गवाह बनाए हैं। इनमें 30 गवाह अहम हैं।