Agra: मानसिक स्वास्थ्य संस्थान में एमफिल मनोविज्ञान की फीस बढ़ी, अब 1.50 लाख रुपये होंगे चुकाने

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अमर उजाला ब्यूरो, आगरा
Published by: मुकेश कुमार
Updated Fri, 24 Jun 2022 12:19 AM IST

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आगरा के मानसिक स्वास्थ्य संस्थान में एम.फिल कोर्स की फीस बढ़ाने के प्रस्ताव पर बृहस्पतिवार को प्रबंध समिति की बैठक में मुहर लग गई। समिति अध्यक्ष एवं कमिश्नर अमित गुप्ता ने कोर्स की फीस 50 हजार से बढ़ाकर 1.50 लाख रुपये करने पर सहमति जताई है। साथ ही एमडी कोर्स की परीक्षाएं जल्द कराने, फैकल्टी कमी को पूरा करने के लिए संविदा पर भर्तियां करने के निर्देश दिए हैं।

बिल्लोचपुरा स्थित मानसिक स्वास्थ्य संस्थान एवं चिकित्सालय में एम.फिल मनोविज्ञान कोर्स में दस सीट हैं। जिनका अगले महीने जुलाई में राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग द्वारा निरीक्षण होना है। फैकल्टी की कमी से एम.फिल कोर्स की मान्यता खतरे में पड़ सकती है। समिति के सचिव व संस्थान के निदेशक डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार ने बताया कि मान्यता खत्म नहीं होने दी जाएगी। तीन प्रोफेसर हैं। बाकी कमी को पूरा करने के लिए भर्ती विज्ञापन निकाला जाएगा। 

उन्होंने बताया कि एमडी मनोचिकित्सा कोर्स की परीक्षाएं जुलाई के दूसरे सप्ताह में कराने का निर्णय हुआ है। उन्होंने कहा कि चिकित्सालय में मरीजों की सुविधाएं बढ़ाने के निर्देश अध्यक्ष ने दिए हैं। साथ ही पिछली बैठक के कार्यवृत्त में शामिल बिंदुओं पर रिपोर्ट अध्यक्ष को भेजी जा रही है। बैठक में अपर निदेशक डॉ. एके अग्रवाल, सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव, पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. केसी गुरनानी व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

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आगरा के मानसिक स्वास्थ्य संस्थान में एम.फिल कोर्स की फीस बढ़ाने के प्रस्ताव पर बृहस्पतिवार को प्रबंध समिति की बैठक में मुहर लग गई। समिति अध्यक्ष एवं कमिश्नर अमित गुप्ता ने कोर्स की फीस 50 हजार से बढ़ाकर 1.50 लाख रुपये करने पर सहमति जताई है। साथ ही एमडी कोर्स की परीक्षाएं जल्द कराने, फैकल्टी कमी को पूरा करने के लिए संविदा पर भर्तियां करने के निर्देश दिए हैं।

बिल्लोचपुरा स्थित मानसिक स्वास्थ्य संस्थान एवं चिकित्सालय में एम.फिल मनोविज्ञान कोर्स में दस सीट हैं। जिनका अगले महीने जुलाई में राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग द्वारा निरीक्षण होना है। फैकल्टी की कमी से एम.फिल कोर्स की मान्यता खतरे में पड़ सकती है। समिति के सचिव व संस्थान के निदेशक डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार ने बताया कि मान्यता खत्म नहीं होने दी जाएगी। तीन प्रोफेसर हैं। बाकी कमी को पूरा करने के लिए भर्ती विज्ञापन निकाला जाएगा। 

उन्होंने बताया कि एमडी मनोचिकित्सा कोर्स की परीक्षाएं जुलाई के दूसरे सप्ताह में कराने का निर्णय हुआ है। उन्होंने कहा कि चिकित्सालय में मरीजों की सुविधाएं बढ़ाने के निर्देश अध्यक्ष ने दिए हैं। साथ ही पिछली बैठक के कार्यवृत्त में शामिल बिंदुओं पर रिपोर्ट अध्यक्ष को भेजी जा रही है। बैठक में अपर निदेशक डॉ. एके अग्रवाल, सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव, पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. केसी गुरनानी व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

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