मीट एट आगरा लेदर फुटवियर फेयर में दूसरे दिन नई तकनीक, नए उत्पाद और जूता बनाने की नई मशीनों को देखने शनिवार को 10 हजार लोग (विजिटर) बारिश के बीच पहुंचे। सींगना स्थित आगरा ट्रेड सेंटर में मशीनरी, कंपोनेंट और लेदर के 225 स्टॉलों पर आगरा के कारखानेदारों ने 45 देशों से आई कंपनियों के साथ सीधे आर्डर बुक कराए। इस बार स्पोर्ट्स शूज से जुड़ी मशीनें इनके लिए आकर्षण रहीं।
सेमिनार में दयालबाग एजुकेशनल इंस्टीट्यूट के निदेशक डॉ. प्रेम कुमार कालरा ने कहा कि लेदर सेक्टर में हमारे युवा अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। उद्योग की जरूरत के मुताबिक कोर्स की जरूरत है। संयुक्त निदेशक उद्योग अनुज कुमार ने कहा कि उद्यमी ओडीओपी के साथ कई योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं।
‘चीन में अपनी साख खोई, हमें मिला मौका’
रिंबल के निदेशक नीरज गर्ग ने कहा कि कोरोना काल में चीन ने अपनी साख खोई, हमें मौका मिला है। मॉस्को फाइनेंस यूनिवर्सिटी बोर्ड के सदस्य फैसल खान, सीएफटीआई निदेशक सनातन साहू, इफ्कोमा अध्यक्ष संजय गुप्ता, प्रदीप वासन, ओपिंदर सिंह लवली आदि मौजूद रहे।
आगरा फुटवियर मैन्युफैक्चरर एंड एक्सपोर्टर्स चैंबर (एफमेक) के अध्यक्ष पूरन डावर ने कहा कि कोविड से पहले आगरा से जितना निर्यात था, इस बार हम उससे ज्यादा निर्यात करेंगे। इकाइयां अपग्रेड हो रही हैं और कंपोनेंट, लेदर में हमने बेहतर काम किए हैं।
लेजर मशीन से कटिंग और डिजाइनिंग
इटली और ताइवान की कंपनियों ने नई मशीनरी पेश की है, जिनमें लेजर के साथ प्रोजेक्टर दिया है। कई मशीनें सोल पर मनचाहे ग्रूव और डिजाइन देती हैं। स्पोर्ट्स शूज के लिए सोल पर डिजाइन और एंबास किए गए नाम छापने में कारखानेदारों ने रुचि दिखाई। नए मानकों के कारण केमिकल व पैकेजिंग ईको फ्रेंडली किए गए हैं। शू इंसर्ट में ईको फ्रेंडली कॉर्क भी लगाया गया है।
आगरा ट्रेड सेंटर के सामने खेतों में एफमेक ने पार्किंग बनाई, लेकिन बारिश से दलदल बन गया। दूसरे दिन लोगों को सींगना गांव की संकरी सड़क पर ही वाहन खड़े करने पड़े। इससे जाम लगा। हाइवे से ट्रेड सेंटर तक लोगों को एक से डेढ़ घंटे तक पैदल निकलने में भी जूझना पड़ा। दोपहर में जब कारों को हटवाकर सींगना गांव की ओर लगवाया गया, तब आवाजाही सामान्य हो सकी।
विस्तार
मीट एट आगरा लेदर फुटवियर फेयर में दूसरे दिन नई तकनीक, नए उत्पाद और जूता बनाने की नई मशीनों को देखने शनिवार को 10 हजार लोग (विजिटर) बारिश के बीच पहुंचे। सींगना स्थित आगरा ट्रेड सेंटर में मशीनरी, कंपोनेंट और लेदर के 225 स्टॉलों पर आगरा के कारखानेदारों ने 45 देशों से आई कंपनियों के साथ सीधे आर्डर बुक कराए। इस बार स्पोर्ट्स शूज से जुड़ी मशीनें इनके लिए आकर्षण रहीं।
सेमिनार में दयालबाग एजुकेशनल इंस्टीट्यूट के निदेशक डॉ. प्रेम कुमार कालरा ने कहा कि लेदर सेक्टर में हमारे युवा अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। उद्योग की जरूरत के मुताबिक कोर्स की जरूरत है। संयुक्त निदेशक उद्योग अनुज कुमार ने कहा कि उद्यमी ओडीओपी के साथ कई योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं।
‘चीन में अपनी साख खोई, हमें मिला मौका’
रिंबल के निदेशक नीरज गर्ग ने कहा कि कोरोना काल में चीन ने अपनी साख खोई, हमें मौका मिला है। मॉस्को फाइनेंस यूनिवर्सिटी बोर्ड के सदस्य फैसल खान, सीएफटीआई निदेशक सनातन साहू, इफ्कोमा अध्यक्ष संजय गुप्ता, प्रदीप वासन, ओपिंदर सिंह लवली आदि मौजूद रहे।