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आगरा के महर्षिपुरम में सांप के डसने से महिला सफाई कर्मचारी की मौत के बाद शहर में डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन में लगे स्वच्छता कॉरपोरेशन के कर्मचारियों ने काम बंद कर दिया है। कर्मचारी पांच दिनों से कूड़ा लेने नहीं पहुंच रहे हैं। महिला के परिजनों को मुआवजा देने की मांग पूरी न होने पर कर्मचारी मध्य प्रदेश स्थित अपने शहरों में लौट गए हैं। शहर की कॉलोनियों और गलियों में कूड़े के न उठने से सड़ांध के कारण सांस लेना दूभर हो गया है।
बेंगलुरू की कंपनी स्वच्छता कॉरपोरेशन एक साल से शहर में डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन कर रही है। कंपनी ने मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ समेत तीन शहरों के सफाई कर्मचारियों को इस काम में लगा रखा है। पांच दिन पहले महर्षिपुरम स्थित झुग्गी में एक महिला कर्मचारी को सांप ने डस लिया, जिससे उसकी मौत हो गई।
मध्य प्रदेश के अन्य कर्मचारी उसकी मौत पर 10 लाख रुपये का मुआवजा मांग रहे थे, लेकिन कंपनी ने ड्यूटी पर न होने के कारण एक लाख रुपये की मदद का भरोसा दिया। इस पर कंपनी के कर्मचारी काम छोड़कर अपने शहर चले गए। तब से शहर में कूड़ा कलेक्शन ठप पड़ा है।
यहां बंद हो गया कूड़े का उठान
अलबतिया रोड, सुभाष नगर, मारुति एस्टेट, कलाकुंज, सेवला, लोहामंडी, अशोक नगर, ग्वालियर रोड, मधु नगर, देवरी रोड, सीतानगर, रामबाग, गोबर चौकी, महर्षिपुरम, गैलाना, बोदला, केदार नगर, आजमपाड़ा, बालाजीपुरम, नगला पृथ्वीनाथ, राजनगर, नौबस्ता, गोकुलपुरा आदि क्षेत्रों में घरों से कचरा लेने का काम पूरी तरह से ठप है, जिस वजह से डलाबघरों और सड़क किनारे रखे डस्टबिनों में कचरे के ढेर लगे हैं। इन्हें नगर निगम ने भी नहीं उठवाया है।
दो दिन बाद आएंगे कर्मचारी
स्वच्छता कॉरपोरेशन के अधिकारियों ने मध्य प्रदेश के अन्य ठेकेदारों से संपर्क किया है और 140 कर्मचारियों को लाने के लिए कहा है। कंपनी के मुताबिक कर्मचारियों के आने में दो दिन का वक्त और लग सकता है। नए ठेकेदार के साथ शर्तों और कर्मचारियों की तलाश की जा रही है।
पांच दिन से नहीं उठा कूड़ा
सेवला के आशीष कुमार ने बताया कि पांच दिन हो गए, तब से कूड़ा लेने कोई गाड़ी नहीं आई। हमने सुपरवाइजर से पूछा तो बताया कि सफाई कर्मचारी को सांप ने काट लिया है, इसलिए कर्मचारी नौकरी छोड़ गए। सड़क पर रखे डस्टबिन में कूड़ा फेंकने जाना पड़ा।
सड़ांध से रहना मुश्किल
सुभाष नगर के योगेंद्र कुमार ने बताया कि बृहस्पतिवार से कूड़ा लेने वाली गाड़ी नहीं आ रही। पांच दिनों का कूड़ा घर में रहा तो सड़ांध आ गई। अगर कोई समस्या है तो लोगों तक मैसेज जाना चाहिए कि कितने दिन कूड़ा नहीं उठेगा।
तीन बार शिकायत की
बालाजीपुरम के हरीश शर्मा ने कहा कि कॉलोनी के मोड़ पर 8 दिन से कूड़ा पड़ा है। 50 मीटर तक सड़क किनारे कचरे के ढेर लगे हैं, पर उठाया नहीं जा रहा। तीन बार शिकायत कर चुके, पर सेनेटरी इंस्पेक्टर तो सुनते ही नहीं।
विस्तार
आगरा के महर्षिपुरम में सांप के डसने से महिला सफाई कर्मचारी की मौत के बाद शहर में डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन में लगे स्वच्छता कॉरपोरेशन के कर्मचारियों ने काम बंद कर दिया है। कर्मचारी पांच दिनों से कूड़ा लेने नहीं पहुंच रहे हैं। महिला के परिजनों को मुआवजा देने की मांग पूरी न होने पर कर्मचारी मध्य प्रदेश स्थित अपने शहरों में लौट गए हैं। शहर की कॉलोनियों और गलियों में कूड़े के न उठने से सड़ांध के कारण सांस लेना दूभर हो गया है।
बेंगलुरू की कंपनी स्वच्छता कॉरपोरेशन एक साल से शहर में डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन कर रही है। कंपनी ने मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ समेत तीन शहरों के सफाई कर्मचारियों को इस काम में लगा रखा है। पांच दिन पहले महर्षिपुरम स्थित झुग्गी में एक महिला कर्मचारी को सांप ने डस लिया, जिससे उसकी मौत हो गई।
मध्य प्रदेश के अन्य कर्मचारी उसकी मौत पर 10 लाख रुपये का मुआवजा मांग रहे थे, लेकिन कंपनी ने ड्यूटी पर न होने के कारण एक लाख रुपये की मदद का भरोसा दिया। इस पर कंपनी के कर्मचारी काम छोड़कर अपने शहर चले गए। तब से शहर में कूड़ा कलेक्शन ठप पड़ा है।
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