विधानसभा चुनाव 2022 में पुरानी पेंशन योजना का मुद्दा हावा रहा। सपा द्वारा पुरानी किए गए पेंशन बहाली के वादे का असर भी दिखा। जिसके चलते आगरा में सपा को पिछली बार से ज्यादा सरकारी कर्मचारियों ने वोट दिया है।
समाजवादी पार्टी ने सरकारी कर्मचारियों के लिए वर्ष 2004 से पहले की पुरानी पेंशन व्यवस्था का वादा किया तो सरकारी कर्मचारियों ने सपा प्रत्याशियों को जमकर वोट भी दिए। आगरा में वर्ष 2017 के चुनाव की तुलना में इस बार के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों को 940 पोस्टल बैलेट ज्यादा मिले, जबकि पहले बसपा प्रत्याशियों को सपा से ज्यादा पोस्टल बैलेट मिलते थे।
वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में आगरा की सभी 9 सीटों पर सपा प्रत्याशियों को केवल 1774 पोस्टल बैलेट मिले थे, जबकि इस बार उनकी संख्या बढ़कर 2714 हो गई। 940 पोस्टल बैलेट इस बार ज्यादा मिले। चुनाव ड्यूटी करने वाले सरकारी कर्मचारी पोस्टल बैलेट के जरिए अपना मतदान करते हैं।
सपा प्रत्याशियों को ईवीएम से भले कम वोट मिले, लेकिन पोस्टल बैलेट के मामले में 35 फीसदी तक वोट हासिल किए। फतेहाबाद विधानसभा में तो सपा प्रत्याशी रूपाली दीक्षित को भाजपा के छोटेलाल वर्मा से ज्यादा पोस्टल बैलेट मिले। सरकारी कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन का मुद्दा उठाने वाली सपा को भरपूर समर्थन दिया।
कहां किस पार्टी को कितने मिले पोस्टल बैलेट
विधानसभा क्षेत्र |
भाजपा |
सपा |
फतेहाबाद |
234 |
391 |
बाह |
399 |
345 |
एत्मादपुर |
330 |
209 |
खेरागढ़ |
485 |
296 |
फतेहपुर सीकरी |
576 |
318 |
आगरा छावनी |
444 |
296 |
आगरा उत्तर |
652 |
298 |
आगरा ग्रामीण |
619 |
406 |
आगरा दक्षिण |
261 |
155 |
पांच साल पहले बसपा को ज्यादा थे पोस्टल बैलेट
साल 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी पोस्टल बैलेट के मामले में नंबर एक पर रहे, पर बसपा को उसके बाद ज्यादा मत मिलते थे। चुनावी ड्यूटी करने वालों की दूसरी पसंद बसपा थी, पर इस बार बसपा की जगह समाजवादी पार्टी को ज्यादा पोस्टल बैलेट हासिल हुए ।
आगरा उत्तर सीट पर 2017 में सपा प्रत्याशी को महज 134 पोस्टल बैलेट मिले थे, जबकि इस बार उनकी संख्या 298 हो गई। इसी तरह आगरा ग्रामीण पर 2017 में सपा को केवल 234 वोट मिले थे, जबकि इस बार 406 कर्मचारियों की पसंद सपा प्रत्याशी रहा, जबकि बसपा यहां ईवीएम के आंकड़ों में दूसरे नंबर पर रही।
तीनों ब्लॉकों में आगे रहीं पक्षालिका सिंह
विधायक पक्षालिका सिंह तीनों ब्लॉकों और पोस्टल बैलेट में आगे रहीं। चुनाव परिणाम के बाद विश्लेषण में पिनाहट में भाजपा को 25111, बसपा को 18721, सपा को 15441 मत मिले। बाह ब्लॉक में भाजपा को 32764, सपा को 20599, बसपा को 18459 मत मिले। यहां भाजपा 12165 मतों से सपा से आगे रही।
जैतपुर ब्लॉक में भाजपा को 20086, सपा को 17740, बसपा को 13275 मत हासिल हुए। यहां पर रानी ने मधुसूदन पर 2346 मतों से बढ़त बनाई। पोस्टल बैलेट में भी भाजपा को जीत मिली। भाजपा को 399, सपा को 345 और बसपा को 163 मत मिले। बाह और पिनाहट टाउन में भी भाजपा आगे रही। बाह टाउन में भाजपा को 4804, सपा को 3801, बसपा को 1284 वहीं पिनाहट टाउन में भाजपा को 3362, सपा को 2667, बसपा को 1909 मत मिले।
जीत की बधाई : योगी से मिलीं पक्षालिका
शुक्रवार को विधायक पक्षालिका ने लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। उन्हें यूपी में लगातार दो बार जीत का रिकार्ड बनाने के लिए बधाई दी। मुख्यमंत्री ने भी विधायक को लगातार दूसरी बार जीतने पर शुभकामनाएं दीं। इस दौरान संतोष गहलोत, भगत सिंह चौहान, चंदू भदौरिया आदि मौजूद रहे।
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समाजवादी पार्टी ने सरकारी कर्मचारियों के लिए वर्ष 2004 से पहले की पुरानी पेंशन व्यवस्था का वादा किया तो सरकारी कर्मचारियों ने सपा प्रत्याशियों को जमकर वोट भी दिए। आगरा में वर्ष 2017 के चुनाव की तुलना में इस बार के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों को 940 पोस्टल बैलेट ज्यादा मिले, जबकि पहले बसपा प्रत्याशियों को सपा से ज्यादा पोस्टल बैलेट मिलते थे।
वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में आगरा की सभी 9 सीटों पर सपा प्रत्याशियों को केवल 1774 पोस्टल बैलेट मिले थे, जबकि इस बार उनकी संख्या बढ़कर 2714 हो गई। 940 पोस्टल बैलेट इस बार ज्यादा मिले। चुनाव ड्यूटी करने वाले सरकारी कर्मचारी पोस्टल बैलेट के जरिए अपना मतदान करते हैं।
सपा प्रत्याशियों को ईवीएम से भले कम वोट मिले, लेकिन पोस्टल बैलेट के मामले में 35 फीसदी तक वोट हासिल किए। फतेहाबाद विधानसभा में तो सपा प्रत्याशी रूपाली दीक्षित को भाजपा के छोटेलाल वर्मा से ज्यादा पोस्टल बैलेट मिले। सरकारी कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन का मुद्दा उठाने वाली सपा को भरपूर समर्थन दिया।