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आगरा में अक्तूबर की औसत बारिश का रिकॉर्ड 24 घंटे में टूट गया। जितनी बारिश पूरे महीने में होती, उसकी दोगुने से अधिक बारिश 24 घंटे में हो चुकी है। अक्तूबर माह में 29.4 मिमी. औसत बारिश होती है लेकिन शनिवार से रविवार तक 70.7 मिमी. बारिश दर्ज की गई। यह बारिश आफत लेकर आई। जिले में 10 से अधिक मकान गिर गए। खंदौली में रविवार की सुबह गांव वास रिसाल में गिरे मकान के मलबे में दबकर 70 वर्षीय रामवती की मौत हो गई। खेरागढ़, अछनेरा, फतेहपुर सीकरी, पिनाहट और बरहन में भी बारिश से मकान और दीवार गिरने से चार लोग घायल हो गए। बारिश से किसानों को सबसे अधिक नुकसान हुआ है। खेतों में खड़ी फसलें डूब गई है। शहर से लेकर गांव तक कई सड़क जलमग्न हैं। शाम को बारिश का सिलसिला थमा, तो गली-मुहल्लों से लेकर एमजी रोड व आगरा-दिल्ली हाईवे तक जाम लग गया। मौसम विभाग के अनुसार अगले चार दिन बारिश से राहत नहीं मिलने के आसार हैं।
हाईवे पर दो किलोमीटर तक कतार
भर्ती रैली के कारण रुनकता से फरह तक दिल्ली हाईवे पर एकल मार्ग था। इधर लगातार बारिश से जलभराव हुआ तो वाहनों की रफ्तार थम सी गई। दो किलोमीटर तक वाहनों की कतार लग गई। इधर शाम 5 बजे बारिश थमी तो लोग बाहर निकले, दफ्तरों से घर के लिए निकले तो शहर के अंदर भी सड़कों पर जाम लग गया। एमजी रोड पर सुभाष पार्क, देहली गेट पर जाम लगा रहा। जीवनी मंडी, बोदला और शाहगंज में रुई की मंडी सड़क पर जाम में वाहन फंसे रहे।
फसलें डूबीं… सब्जियां सड़ रहीं
बारिश किसानों के लिए आफत लेकर आई है। बाजरा, दलहल व तिलहन के अलावा धान की फसल खेतों में जलमग्न हो गई है। जिला किसान सलाहकार समिति के सदस्य बंगाली बाबू अरेला ने बताया कि बरौली अहीर में सब्जियों की फसल चौपट हो गई। धनिया, गोभी, मिर्च, लौकी, तोरई सड़ रही हैं। आलू व सरसों की बुवाई भी पिछड़ गई है।
दुकानों में पानी भरा, कामधंधा ठप
13 अक्तूबर को करवाचौथ का त्योहार है। उम्मीद थी कि रविवार को लोग खरीदारी के लिए निकलेंगे। शनिवार रात से रविवार शाम तक बारिश से बाजारों में जलभराव हो गया। कई जगह दुकानों तक में पानी आ गया। किनारी बाजार, लोहार गली, रावतपाड़ा, बिजलीघर पर जलभराव से दुकानदार दिनभर हाथ पर हाथ रखे बैठे रहे।
सड़कें धंसी, गलियों में कीचड़
बारिश के बीच बोदला रोड पर बीधा मंदिर के सामने सड़क धंस गई। मदिया कटरा पर सड़क धंसी। बैनारा फैक्ट्री के पीछे शांति नगर में कीचड़ से नारकीय हालात हो गए। बेसन बस्ती, शास्त्रीपुरम की कॉलोनियों में जलभराव के बाद कीचड़ से निकलना दुभर हो गया। आवास विकास सेक्टर-2, 4 और 16 में कीचड़ से लोग परेशान रहे। अन्य जगह भी यही हालात रहे।
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