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रिंकू सिंह
– फोटो : IPL/BCCI
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आईपीएल में केकेआर के रिंकू सिंह गुजरात टाइटंस के खिलाफ पांच गेंदों पर पांच छक्के मारकर क्रिकेट की दुनिया में सिक्सर किंग बनकर छा गए हैं। उनकी सफलता के पीछे मोहम्मद जीशान और सुरेश शर्मा की गुजारिश बहुत मायने रखती है। उनकी ही सिफारिश पर वह यूपी अंडर-16 टीम में आए थे। यहीं से उनके क्रिकेट के सफर की शुरुआत होती है।
बात साल 2012 की है, जब यूपीसीए का अंडर-16 क्रिकेट का ट्रायल कानपुर में हो रहा था। जीशान के अनुसार वह रिंकू को ट्रायल दिलाने कानपुर गए थे। जब रिंकू मैदान पर ट्रायल देने पहुंचा तो थोड़ी देर में वह होटल आ गया और बोला उसका फॉर्म वहां पर नहीं है। अलीगढ़ से फॉर्म नहीं आया है। उन्होंने अलीगढ़ में फोन किया तो सभी ने अलग-अलग बातें बताईं। फिर सुरेश शर्मा को फोन किया जिसे वह अंकल कहते थे। उन्हें पूरा मामला बताया। उन्होंने चयनकर्ता शशिकांत खांडेकर से बात की कि रिंकू का ट्रायल वह ले लें। वह बोले यह सचिन तेंदुलकर है, जिसका बिना फॉर्म के ट्रायल ले लें।
सुरेश अंकल के कहने पर रिंकू और वह शशिकांत खांडेकर से मिलने चले गए। दोनों लोगों ने उनसे हाथ जोड़कर विनती की। उन्होंने कहा कि ठीक है। रिंकू ने ट्रायल दिया, उसने अच्छी बल्लेबाजी की। उसका चयन अंडर-16 कैंप के लिए हो गया। कैंप के दो मैच में रिंकू ने सात रन बनाए, जिस पर टीम में आने की संभावना खत्म हो गई। फिर उन्होंने सुरेश से गुजारिश की। सुरेश ने शशिकांत से कहा कि रिंकू को टीम में चुन लें। इस पर शशिकांत ने कहा, जिस लड़के ने दो मैच में केवल सात रन बनाए हैं, उसे टीम में लें और जिसने ज्यादा रन बनाए हैं, उसे न लें, यह संभव नहीं है। उन्हें भी जवाब देना पड़ेगा। इस पर सुरेश ने दोबारा से सिफारिश की।
इसी बात पर शशिकांत और सुरेश में अनबन हो गई और बातचीत बंद हो गई। दो दिन के बाद शशिकांत का सुरेश के मोबाइल फोन पर मैसेज आया, जिसमें लिखा था कि फोन उठाओ, रिंकू का नाम टीम में है। जीशान ने कहा कि आगरा में अंडर-16 के पहले मैच में रिंकू ने 156 रन की पारी खेली, वह मैच देखने गए थे। इसके बाद अब रिंकू की बल्लेबाजी दुनिया देख रही है। उन्होंने कहा कि अगर रिंकू का नाम अंडर-16 के ट्रायल में कट जाता, तो आज तस्वीर दूसरी होती है। यह बात रिंकू और वह जानते हैं या चंद लोग, लेकिन बताने से बच रहे हैं।
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