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खिलाड़ी प्रतीकात्मक
– फोटो : Amar Ujala Digital
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उन खिलाड़ियों पर गाज गिरने वाली है, जो अपनी उम्र छिपाकर खेलते हैं। ऐसे खिलाड़ियों को एथलेटिक्स मीट में खाने-रहने की सुविधा नहीं मिलेगी। यह व्यवस्था 10 से 12 फरवरी तक पटना में होने वाली राष्ट्रीय अंतर्जनपदीय जूनियर एथलेटिक्स मीट से लागू होगी। यह आदेश एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया ने देशभर के सभी जिला एथलेटिक्स संघ के सचिव को दिए हैं।
जिला एथलेटिक्स संघ के सचिव शमशाद निसार आजमी ने बताया कि जूनियर एथलेटिक्स मीट, पटना में देशभर के 599 जिले की खिलाड़ी शामिल हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि रविवार को इस संबंध में ऑनलाइन बैठक हुई, जिसमें फेडरेशन के प्लानिंग कमेटी के चेयरमैन ललित भनोट ने बताया कि एथलेटिक्स मीट में जो खिलाड़ी ओवरएज होंगे, उन्हें खाने और रहने की व्यवस्था नहीं दी जाएगी। मीट में डोपिंग और ओवरएज खिलाड़ियाें पर पूरी नजर रखी जाएगी।
शमशाद ने कहा कि बैठक में यह भी आदेश जारी किए गए है कि अब किसी भी खिलाड़ी को एथलेटिक्स संघ के सचिव के चक्कर प्रमाण पत्र के लिए नहीं लगाने पड़ेंगे। खिलाड़ी के ई-मेल आईडी पर प्रमाण पत्र भेज दिए जाएंगे। सभी खिलाड़ियों को बायोमीट्रिक और मेडिकल जांच कराना जरूरी है। डोपिंग के बारे में सेमिनार होगा, जिसमें सचिव, प्रशिक्षक और प्रबंधक को जानकारी दी जाएगी। शमशाद ने कहा कि खिलाड़ियों को एक पत्र भी देना होगा, जिसमें ओवरएज पाए जाने पर वह स्वयं जिम्मेदार होंगे।
खिलाड़ियों के लिए बनी उत्पीड़न निवारण समिति
जिला एथलेटिक्स संघ के सचिव शमशाद निसार आजमी ने बताया कि फेडरेशन अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी अंजू बॉबी जाॅर्ज की अध्यक्षता में खिलाड़ियों को लेकर उत्पीड़न निवारण समिति बनाई गई है। पटना में होने वाली राष्ट्रीय अंतर्जनपदीय जूनियर एथलेटिक्स मीट में जिले के 10 खिलाड़ी हिस्सा लेंगे।
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