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ओजोन सिटी जाने वाली रिंग रोड के बदतर हालात
– फोटो : अमर उजाला
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बीते वित्तीय वर्ष में अलीगढ़ की ओजोन सिटी रोड के निर्माण की वित्तीय स्वीकृति शासन से दी गई थी। मगर जब टेंडर जारी हुआ तो पता चला कि पुराने प्रस्ताव पर वित्तीय स्वीकृति मिल गई है और अब लागत अधिक हो गई है। इसके चलते आननफानन में टेंडर निरस्त हुआ। दोबारा से 19.58 करोड़ लागत का नया प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा गया। जिसकी मंजूरी का इंतजार अब तक हो रहा है।
पिछले वर्ष निर्माण के लिए सिंचाई विभाग ने पीडब्ल्यूडी को इसकी एनओसी दी थी। इसका प्रस्ताव बनाकर भी भेजा गया। जिस पर कोल विधायक अनिल पाराशर व छर्रा विधायक रवेंद्र पाल सिंह के प्रयास से वित्तीय वर्ष समाप्त होने से पहले वित्तीय स्वीकृति भी मिल गई। टेंडर भी जारी कर दिया गया। लोगों को लगा कि अब बहुत जल्द निर्माण शुरू हो जाएगा। मगर टेंडर खुद विभागीय लापरवाही के चलते निरस्त करना पड़ गया।
इसके बाद नए सिरे से 19.58 करोड़ की लागत का प्रस्ताव बनाकर भेजा है। जिसमें उल्लेख है कि इस सडक़ का निर्माण एशियाई विकास बैंक (एडीबी) योजना के तहत किया जाएगा। पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता संजीव पुष्कर कहते हैं कि निर्माण संबंधी बजट प्रस्ताव शासन में लंबित है। इसके लिए फिर से स्मरण पत्र भिजवाया जाएगा।
ये होंगे लाभान्वित
इस रोड पर नई आवासीय योजनाओं का विस्तार हो रहा है। इसी को ध्यान में रखकर महुआखेड़ा थाने का निर्माण कराया गया। साथ में गांव महुआखेड़ा, सुखरावली, गुरुसिखरन, कयामपुर समेत कई गांवों के ग्रामीणों का आवागमन भी इसी मार्ग से होता है। रामघाट रोड की विनय नगर कॉलोनी एवं शंकर विहार कॉलोनी, आरएएफ रोड का पिछला हिस्सा भी इसी रोड पर आता है।
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