[ad_1]
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा अंतर्राष्ट्रीय मिर्गी जागरूकता दिवस पर आयोजित कार्यक्रम
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
मिर्गी रोग के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए रविवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने एक सेमिनार आयोजित किया। कार्यक्रम का आयोजन होटल आभा में किया गया। सेमिनार में विशेषज्ञों ने लोगों को मिर्गी की जानकारी दी।
अध्यक्ष एवं बाल रोग विशेषज्ञ डॉ आलोक कुलश्रेष्ठ ने बताया कि भारत में प्रति एक हजार लोगों पर 6 लोगों को ये बीमारी है। सचिव एवं चाइल्ड न्यूरोलॉजिस्ट डॉ अनूप कुमार ने बताया कि बच्चों में इसका खतरा अधिक है। यह लाइलाज बीमारी नहीं है। समय से इलाज और नियमित दवा लेने पर इसे ठीक किया जा सकता है। कोषाध्यक्ष एवं हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ आयुष कुमार ने बताया कि मोबाइल के अत्याधिक इस्तेमाल से दौरे पड़ने की संभावना बढ़ जाती है।
उपाध्यक्ष एवं बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. विभव वार्ष्णेय ने कहा संक्रमित भोजन करने से दीमाग में कीड़ों की गांठ भी दौरे का प्रमुख कारण है। फिजीशियन डॉ अनुज बंसल ने बताया कि दौरे पड़ते वक्त व्यक्ति को करवट से लिटा देना चाहिए, जिससे तकलीफ कम होती है। सेमिनार मेंं डॉ अभीषेक, डॉ भरत वार्ष्णेय, लवणीश, डॉ सुरभि, डॉ नेहा, डॉ जॉली और डॉ नवल टंडन आदि उपस्थित रहे।
[ad_2]
Source link