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Prayagraj News : इलाहाबाद हाईकोर्ट
– फोटो : अमर उजाला।
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इलाहाबाद हाईकोर्ट के १८६९ में आगरा से इलाहाबाद स्थानांतरित होने के बाद जब यहां कामकाज शुरू हुआ तो यहां दो तरह के अधिवक्ता नामित थे। एक हाईकोर्ट द बैरिस्टर्स ऑफ द इंग्लिश और दसरे आयरिश बार्स एंड एडवोकेट्स ऑफ स्कॉडलैंड। इसके अलावा कई वकील और प्लीडर भी थे। तीन फरवरी १८७३ को 12 यूरोपियन बैरिस्टर्स ने मिलकर बार एसोसिएशन की स्थापना की। बार के पहले अध्यक्ष जारडाइन बनाए गए।
इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राधाकांत ओझा के मुताबिक स्थापना के बाद बार एसोसिएशन का नाम बदलकर बार लाइब्रेरी हो गया। तब सदस्यों ने मुख्य न्यायमूर्ति से इसका पदेन अध्यक्ष बनने का आग्रह किया, जिसे स्वीकार करते हुए उन्होंने पदेन अध्यक्ष का कार्यभार संभाला। उस समय बार लाइब्रेरी एक अलग इकाई थी। इसके दो वर्षों के बाद १८७५ में यहां प्रैक्टिस कर रहे वकीलों ने एक अलग संगठन बनाकर अयोध्या नाथ को अध्यक्ष नियुक्त किया और यह वकील एसोसिएशन कहलाया।
उस समय एसोसिएशन में पंडित सर सुंदर लाल, जोगेंद्र नाथ चौधरी, पंडित मोती लाल नेहरू, पंडित जवाहर लाल नेहरू, पंडित मदन मोहन मालवीय, सर तेज बहादुर सप्रू, डॉ.कैलाश नाथ काटजू, पुरुषोत्तम दास टंडन, डॉ.सतीश चंद्र बनर्जी, प्यारे लाल बनर्जी, पंडित श्याम कृष्ण धर, डॉ.नारायण प्रसाद अस्थाना, पंडित गोपाल स्वरूप पाठक, पंडित कन्हैया लाल मिश्र आदि सदस्य थे। यह संगठन १९२८ तक कार्य करता रहा।
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