AMU: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के असिस्टेंट प्रोफेसर के खिलाफ चार्जशीट दायर, देवी-देवताओं पर टिप्पणी का आरोप

0
18

[ad_1]

Charge sheet filed against assistant professor of AMU

एएमयू विश्वविद्यालय
– फोटो : फाइल फोटो

विस्तार

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के जेएन मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस (तृतीय वर्ष) की कक्षा में पढ़ाई के दौरान हिंदू देवताओं पर अमर्यादित टिप्पणी करने वाले असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. जितेंद्र कुमार पर पुलिस ने चार्जशीट दायर कर दी है। पिछले दिनों शासन से अभियोजन स्वीकृति मिलने के बाद सिविल लाइंस पुलिस ने चार्जशीट दायर की है। अब न्यायालय स्तर से इस पर संज्ञान के बाद आगे कार्रवाई तय की जाएगी। बता दें कि इस बहुचर्चित मामले में पिछले वर्ष मुकदमा दर्ज हुआ था।

मूल रूप से बिहार निवासी मेडिकल कॉलेज फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. जितेंद्र कुमार पर आरोप है कि उन्होंने 5 अप्रैल 2022 को कक्षा में पढ़ाने के दौरान हिंदू धर्म के देवताओं को लेकर आपत्तिजनक बातें कहीं। एक छात्रा ने इस संबंध ट्वीट करके कक्षा में लगे प्रोजेक्टर का स्क्रीन शॉट फोटो भी शेयर किया। इसके बाद यह स्क्रीन शॉट सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म पर वायरल हो गया। यह मामला सुर्खियों में आने के बाद भाजपा के पूर्व जिला प्रवक्ता व एएमयू के पूर्व छात्र डा.निशित शर्मा ने सिविल लाइंस में 6 अप्रैल को मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने तहरीर के आधार पर 295ए, 153ए, 298, 505 भादवि में डा.जितेंद्र पर मुकदमा दर्ज किया। 

यह भी पढ़ें -  UP Police Constable Recruitment 2022: कितनी कड़ी निगरानी में कराई जाएगी यूपी पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती की लिखित परीक्षा, कब से शुरू हो सकती है आवेदन प्रक्रिया

इधर, एएमयू इंतजामिया की ओर से डा.जितेंद्र को निलंबित करते हुए जांच बैठाई गई। हालांकि दो माह पहले डा.जितेंद्र को बहाल कर दिया गया था। इस मामले में डॉक्टर की ओर से तर्क दिए गए कि वे शारीरिक स्थितियों को लेकर छात्रों को पढ़ा रहे थे। उनका उद्देश्य किसी के प्रति टिप्पणी करना या किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था। इधर, मामले में सिविल लाइंस पुलिस ने शासन से प्रोफेसर के खिलाफ अभियोजन स्वीकृति मांगी थी। इंस्पेक्टर सिविल लाइंस संजय जायसवाल के अनुसार शासन से स्वीकृति आ गई। इसके बाद चार्जशीट दायर कर दी गई है। सीओ तृतीय अशोक कुमार सिंह ने बताया कि डॉ.जितेंद्र के खिलाफ दर्ज मुकदमे में चार्जशीट दायर कर दी गई है।

फोरेंसिक विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर जितेंद्र कुमार ने सुनियोजित रूप से अपनी मानसिकता को एमबीबीएस के छात्रों के समक्ष थोपने का काम किया था। यह मानसिकता हिंदू धर्म के विरुद्ध घृणा फैलाने वाली थी। मैं न्याय पूर्वक डॉ. जितेंद्र को सजा दिलाने का प्रयास करता रहूंगा।-डा.निशित शर्मा, वादी मुकदमा, भाजपा नेता

[ad_2]

Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here