[ad_1]
एएमयू के कुलपति तारिक मंसूर
– फोटो : वीडियो ग्रैब
विस्तार
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के कुलपति प्रो. तारिक मंसूर को भाजपा और संघ से नजदीकियों का इनाम एमएलसी पद के रूप में मिला है। भाजपा ने उनके नाम की सिफारिश राज्यपाल के पास भेजी है। प्रो. मंसूर की कुलपति बनने से पहले ही भाजपा और संघ के कद्दावर नेताओं से काफी नजदीकियां रही हैं। चर्चा है कि उन्हें कुलपति बनवाने में संघ और भाजपा नेताओं की सिफारिश थी। इसीलिए विवि के दीक्षांत समारोह और अन्य कार्यक्रम में भाजपा नेताओं की मौजूदगी रहती रही है। तत्कालीन शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने ऑनलाइन कार्यक्रम में शिरकत की थी। दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी शामिल हुए थे।
एएमयू के शताब्दी वर्ष पर स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऑनलाइन कार्यक्रम में शामिल होकर विवि को मिनी इंडिया बताया था। एएमयू छात्रसंघ के कक्ष में मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर को लेकर छिड़े विवाद में सांसद सतीश गौतम एएमयू और कुलपति पर काफी हमलावर रहे, लेकिन हर बार प्रो. तारिक संघ से नजदीकियों का सहारा लेते रहे। इतना ही नहीं प्रो. तारिक मंसूर के बेटे के वलीमे में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के राष्ट्रीय सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल, वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेश कुमार, सुनील आंबेडकर सहित भाजपा नेता शामिल हुए थे और वर-वधू को आशीर्वाद दिया था।
पिछले दिनों दिल्ली में पद्मश्री पुरस्कार समारोह में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सहित अन्य मंत्रियों के साथ प्रो. तारिक मंसूर की मौजूदगी खासी चर्चा का विषय रही थी। भाजपा और संघ को लेकर प्रो. तारिक का झुकाव रहा है। पिछले दिनों हिंदू छात्रों को आनन-फानन हॉस्टल में कमरा आवंटित करना, उसी से जोड़कर देखा जा रहा है, जबकि कमरे की प्रतीक्षा सूची में यह हिंदू छात्र काफी नीचे थे। केवल अधिकारियों से शिकायत और भाजपा नेताओं के हस्तक्षेप से इंतजामिया को कमरा देने के लिए मजबूर होना पड़ा।
[ad_2]
Source link