उत्तर प्रदेश के बागपत में एक प्रेम-प्रसंग मामले को लेकर खाकी सवालों के घेरे में आ गई है। यहां छपरौली थाना पुलिस को एक घर पर दबिश देना भारी पड़ गया। मां और दो बेटियों की मौत से पुलिस हर तरह से घिर गई है। पीड़ित व्यक्ति ने टूटा हुआ दरवाजा दिखाते हुए पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। आरोप है कि पुलिस ने जबरन घर में घुसकर अभद्रता की गई थी। जिससे आहत होकर मां और बेटियों ने जहरीला पदार्थ निगल लिया था, जिसके बाद तीनों की अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई है।
जहरीला पदार्थ निगलने वाली मां और दो बेटियों की मौत से गांव में मातम पसर गया और लोगों में भारी गुस्सा है। वहीं गुरुवार को गांव पहुंचे मां-बेटी के शवों को देख ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। इसके बाद परिजनों व ग्रामीणों ने जाम लगाकर जमकर हंगामा किया।
ग्रामीणों ने पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की है। वहीं एएसपी, एसडीएम, सीओ और भाजपा जिलाध्यक्ष ने पीड़ित परिजनों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन परिजनों ने शवों का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया। अभी भी हंगामा जारी और परिजन अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं।
छपरौली थाना क्षेत्र के बाछौड़ गांव में पुलिस के दबिश देने से आहत महिला व दो बेटियों ने जहर निगल लिया निगला था। एक बेटी की दो दिन पहले मौत हो गई थी। वहीं मेरठ के अस्पताल में मां और दूसरी बेटी की भी उपचार के दौरान मौत हो गई है।
ये था मामला
युवक व युवती के बीच प्रेम-प्रसंग को लेकर मार्च में विवाद हो हुआ था। इस मामले में पुलिस ने युवक को जेल भेज दिया था। इस मामले का अंजाम इतना बुरा हुआ कि युवक की मां और बहनों की जान ही चली गई।
उधर, युवती के परिवार पर भी सलाखों के पीछे जाने का खतरा बना हुआ है। युवक के पिता ने टूटा दरवाजा दिखाकर पूरी घटना के बारे में बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि एसआई ने दरवाजा तोड़कर खूब अभद्रता की थी। इससे आहत होकर महिला व उसकी बेटियों ने जहरीला पदार्थ निगल लिया था।