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आगरा के डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की परीक्षा समिति ने मुहर लगा दी है कि स्नातक द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षाएं 13 अगस्त से ही होंगी। परीक्षा में आगरा मंडल के संबद्ध कॉलेजों के 99 हजार छात्र-छात्राओं को शामिल होना है। अभी तक करीब 10 हजार छात्र-छात्राओं के ही परीक्षा फॉर्म भरे गए हैं। तीन दिन में 80 हजार के परीक्षा फार्म भरवाने की चुनौती है।
परीक्षा के संबंध में विश्वविद्यालय प्रशासन की बाकी तैयारियां भी अधूरी हैं। अभी तक परीक्षा केंद्रों की सूची नहीं जारी की जा सकी। एक-दो दिन में परीक्षा केंद्रों की सूची जारी भी कर दी जाती है तो उस पर आपत्तियां लेने और उसके निस्तारण का मौका नहीं होगा।
विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक ओमप्रकाश का कहना है कि फीस की वजह से परीक्षा फॉर्म नहीं भरे जा रहे थे, विश्वविद्यालय प्रशासन ने शासन की ओर से निर्धारित फीस लिए जाने की मंजूरी दे दी है। परीक्षा फॉर्म भरने की रफ्तार अब बढ़ जाएगी। परीक्षा केंद्र निर्धारण की प्रक्रिया चल रही है। शुरुआत की परीक्षाओं में कम परीक्षार्थियों को शामिल होना है। 17 अगस्त से अधिक परीक्षार्थी होंगे। इससे पहले सभी व्यवस्थाएं बना ली जाएंगी।
परीक्षा फॉर्म भरने के बाद ही प्रवेशपत्र जारी हो सकेंगे
छात्र-छात्राओं की ओर से परीक्षा फॉर्म भरे जाने और परीक्षा केंद्र निर्धारित होने के बाद ही प्रवेशपत्र जारी हो सकेंगे। विश्वविद्यालय प्रशासन ने निर्धारित तारीख से ही परीक्षाएं शुरू कराई जाएं तो अव्यवस्था भी हो सकती है।
परीक्षा केंद्रों का सत्यापन नहीं कराया जाएगा
विश्वविद्यालय प्रशासन की मंशा इस बार परीक्षा केंद्रों के सत्यापन कराने की नहीं है। गत परीक्षा के दौरान किए गए सत्यापन को ही आधार माना जाएगा। परीक्षा नियंत्रक का कहना है कि नकल में पकड़े गए कॉलेजों व सीसीटीवी के माध्यम से निगरानी केंद्रों से न जुड़ने वाले कॉलेजों को केंद्र नहीं बनाया जाएगा। दूरी के संबंध में जिओ टैगिंग का इस्तेमाल किया जा रहा है।
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आगरा के डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की परीक्षा समिति ने मुहर लगा दी है कि स्नातक द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षाएं 13 अगस्त से ही होंगी। परीक्षा में आगरा मंडल के संबद्ध कॉलेजों के 99 हजार छात्र-छात्राओं को शामिल होना है। अभी तक करीब 10 हजार छात्र-छात्राओं के ही परीक्षा फॉर्म भरे गए हैं। तीन दिन में 80 हजार के परीक्षा फार्म भरवाने की चुनौती है।
परीक्षा के संबंध में विश्वविद्यालय प्रशासन की बाकी तैयारियां भी अधूरी हैं। अभी तक परीक्षा केंद्रों की सूची नहीं जारी की जा सकी। एक-दो दिन में परीक्षा केंद्रों की सूची जारी भी कर दी जाती है तो उस पर आपत्तियां लेने और उसके निस्तारण का मौका नहीं होगा।
विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक ओमप्रकाश का कहना है कि फीस की वजह से परीक्षा फॉर्म नहीं भरे जा रहे थे, विश्वविद्यालय प्रशासन ने शासन की ओर से निर्धारित फीस लिए जाने की मंजूरी दे दी है। परीक्षा फॉर्म भरने की रफ्तार अब बढ़ जाएगी। परीक्षा केंद्र निर्धारण की प्रक्रिया चल रही है। शुरुआत की परीक्षाओं में कम परीक्षार्थियों को शामिल होना है। 17 अगस्त से अधिक परीक्षार्थी होंगे। इससे पहले सभी व्यवस्थाएं बना ली जाएंगी।
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