[ad_1]
विशेषज्ञों के मुताबिक इस वक्त जो तापमान है, उसमें लार्वा से वयस्क मच्छर नहीं बनेंगे, लेकिन पहले से पनप चुके मच्छरों का आतंक अभी चार सप्ताह और रहेगा। बीते 15 दिनों के अंदर जहां-जहां लार्वा मिले हैं, उन स्थानों पर डेंगू के नए मच्छर नहीं पनपने पाए हैं। ऐसे में चार सप्ताह तक लोगों को और बचने की जरूरत है।
जानकारी के मुताबिक, दिसंबर के मध्य तक डेंगू संक्रमण के मामले आ सकते हैं। इस मौसम में जो भी डेंगू के लार्वा पनप कर मच्छर बन गए हैं, वहां अभी कम से चार से पांच सप्ताह तक जीवित रहेंगे। बीआरडी मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजिस्ट डॉ अमरेश कुमार ने बताया कि डेंगू के मामलों में कुछ हद तक गिरावट आई है, लेकिन अभी डेंगू से बचाव की पूरी सावधानी अपनाने की जरूरत है। मौजूदा समय में दिन का तापमान 26 से 27 और रात का पारा 11 से 12 डिग्री के बीच चल रहा है। इस मौसम में लार्वा से डेंगू के नए मच्छर पैदा नहीं होते हैं, लेकिन पहले से पैदा हो चुके मच्छर प्रभाव डालते हैं। क्योंकि, जैसे-जैसे इनका जीवन खत्म होने की कगार पर होता है, वैसे-वैसे ये ज्यादा आक्रामक हो जाते हैं।
जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह ने बताया कि नवंबर के पहले सप्ताह की तुलना में अब डेंगू मरीजों की संख्या कम हो गई है। इसकी वजह मौसम में हो रहा बदलाव है। दिसंबर मध्य के बीच डेंगू के मामले लगभग खत्म हो जाएंगे। ऐसे में चार सप्ताह तक और बचने की जरूरत है। बताया कि अब तक 50,979 स्थानों पर सोर्स रिडक्शन हो चुका है। जबकि, 813 मकान मालिकों को नोटिस दिया गया है।
डेंगू के दो नए मरीज मिले, संख्या पहुंची 266
डेंगू मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। बृहस्पतिवार को डेंगू के दो नए मरीज मिले हैं। इसके बाद से कुल मरीजों की संख्या 266 पहुंच गई है। इनमें शहरी क्षेत्र में 171 और ग्रामीण इलाकों के 95 मरीज शामिल हैं। जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह ने बताया कि बशारतपुर और तारामंडल क्षेत्र के दो मरीज डेंगू संक्रमित मिले हैं। इनकी उम्र क्रमश: 22 और 60 वर्ष है। इनमें एक महिला शामिल है। बताया कि कुल तीन मरीज जिला अस्पताल में भर्ती हैं।
[ad_2]
Source link