हिमाचल प्रदेश का मंडी शहर आज सुबह भूकंप से थर्रा गया। यहां 3.7 तीव्रता का भूकंप आया। जिसके बाद बाद फौरन लोग अपने-अपने घरों से बाहर भागने लगे। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक, भूकंप का केंद्र 7 किलोमीटर गहराई में था। अब तक किसी जनहानि की सूचना नहीं है।
बता दें कि पहाड़ी इलाकों में भूकंप आने की संभावना ज्यादा बनी रहती है। लाहौल स्पीति, कांगड़ा, चंबा, शिमला, कुल्लू, किन्नौर व मंडी के कई क्षेत्र भूकंप की दृष्टि से अति संवेदनशील जोन में आते है। इससे पहले आज रात 2 बजे बंगाल की खाड़ी में भी भूकंप आया। रिएक्टर पैमाने पर इस भूकंप की तीव्रता 4.0 मांपी गई। पिछले कुछ दिनों में भारत के अलग-अलग हिस्सों में लगातार भूकंप आ रहे हैं।
धरती की सतह सात बड़ी और कई छोटी-छोटी टेक्टोनिक प्लेट्स से मिलकर बनी हुई है। ये प्लेट्स आपस में टकराती रहती हैं, जिससे इनके कोने मुड़ जाते हैं। ज्यादा दबाव पड़ने पर ये प्लेट्स टूटने भी लगती हैं। जमीन के नीचे हुई इस घटना के कारण जो ऊर्जा निकलती है, वह बाहर जाने का का रास्ता खोजती है और इसी कारण डिस्टर्बेंस पैदा होता है और फिर यह भूकंप का रूप ले लेता है।