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सार
रविवार को परिवार परामर्श केंद्र पर 30 मामले काउंसिलिंग के लिए आए। सात दंपतियों में सुलह हो गई। बात नहीं बनने पर एक मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है।
बात बहुत छोटी सी थी, विवाद इतना बढ़ा कि पति-पत्नी अलग हो गए। परिवार परामर्श केंद्र पर काउंसिलिंग में दोनों को गलती का अहसास हुआ तो बात बन गई। एक मामले में पत्नी बोली कि पति से कह दो, परिवार के साथ एक-दो बात मेरी भी सुना करें। पति ने मुस्करा कर हामी भर दी। अन्य मामले में पत्नी ने मायके जाने पर टोकने का उलाहना दिया तो पति ने कहा, बार-बार नहीं जाओगी तो नहीं टोकूंगा।
आगरा में रविवार को परिवार परामर्श केंद्र पर 30 मामले काउंसिलिंग के लिए आए। सात दंपतियों में सुलह हो गई। बात नहीं बनने पर एक मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है। अन्य मामलों में अगली तारीख दी गई है। काउंसलर ने बताया कि कई मामलों में बस दोनों में संवाद की कमी के कारण दांपत्य में दरार पड़ गई थी। काउंसिलिंग में अपनी बात रखने के दौरान दोनों ने अपनी बात रखी और दूसरे की सुनी तो बात बनती चली गई।
पत्नी की बात सुनने पर भरी हामी
जलेसर निवासी युवती की शादी छह साल पहले बारह खंभा के रहने वाले युवक के साथ हुई थी। दोनों के दो बच्चे हैं। पत्नी ने बताया कि पति उसकी कोई बात नहीं मानता। वह ज्यादा कुछ कहती है तो उसके साथ मारपीट करता है। परेशान होकर छह माह से मायके में रह रही है। पुलिस से शिकायत करने के बाद मामला परिवार परामर्श केंद्र पहुंचा। काउंसिलिंग में पत्नी बोली कि अगर मेरी बात सुनेंगे तो ससुराल जाने के लिए तैयार हूं। पति ने हामी भरी और दोनों में सुलह हो गई।
पति ने गलती मानी, दोनों साथ में घर गए
बोदला निवासी युवती की शादी एक साल पहले रामबाग के रहने वाले युवक के साथ हुई थी। पत्नी ने बताया कि पति रात को शराब पीकर घर आता है। मारपीट करता है। पति के व्यवहार से परेशान होकर वह तीन महीने से मायके में रह रही है। परिवार परामर्श केंद्र में रविवार को तीसरी काउंसिलिंग के लिए पहुंची तो काउंसलर ने समझाया। पति ने अपनी गलती मानी और कहा कि आगे से कभी पत्नी पर हाथ नहीं उठाऊंगा। केंद्र से दोनों साथ-साथ घर गए।
सरकारी नौकरी बताकर धोखे से की शादी
परिवार परामर्श केंद्र में युवक की सरकारी नौकरी बताकर धोखे से शादी करने का भी आया। आगरा की रहने वाली युवती की शादी खेरागढ़ निवासी युवक के साथ एक साल पहले हुई थी। युवती का आरोप है कि ससुराल वालों ने शादी के समय लड़के की सरकारी नौकरी होने की बात कही थी। अच्छा-खासा दहेज भी लिया। शादी के बाद पता चला कि वह किसी प्राइवेट अस्पताल में काम करता है। इसकी शिकायत युवती ने पुलिस से की। मामला परिवार परामर्श केंद्र भेजा गया। रविवार को काउंसिलिंग में बात नहीं बनने पर दोनों को अगली तारीख दी गई है।
विस्तार
बात बहुत छोटी सी थी, विवाद इतना बढ़ा कि पति-पत्नी अलग हो गए। परिवार परामर्श केंद्र पर काउंसिलिंग में दोनों को गलती का अहसास हुआ तो बात बन गई। एक मामले में पत्नी बोली कि पति से कह दो, परिवार के साथ एक-दो बात मेरी भी सुना करें। पति ने मुस्करा कर हामी भर दी। अन्य मामले में पत्नी ने मायके जाने पर टोकने का उलाहना दिया तो पति ने कहा, बार-बार नहीं जाओगी तो नहीं टोकूंगा।
आगरा में रविवार को परिवार परामर्श केंद्र पर 30 मामले काउंसिलिंग के लिए आए। सात दंपतियों में सुलह हो गई। बात नहीं बनने पर एक मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है। अन्य मामलों में अगली तारीख दी गई है। काउंसलर ने बताया कि कई मामलों में बस दोनों में संवाद की कमी के कारण दांपत्य में दरार पड़ गई थी। काउंसिलिंग में अपनी बात रखने के दौरान दोनों ने अपनी बात रखी और दूसरे की सुनी तो बात बनती चली गई।
पत्नी की बात सुनने पर भरी हामी
जलेसर निवासी युवती की शादी छह साल पहले बारह खंभा के रहने वाले युवक के साथ हुई थी। दोनों के दो बच्चे हैं। पत्नी ने बताया कि पति उसकी कोई बात नहीं मानता। वह ज्यादा कुछ कहती है तो उसके साथ मारपीट करता है। परेशान होकर छह माह से मायके में रह रही है। पुलिस से शिकायत करने के बाद मामला परिवार परामर्श केंद्र पहुंचा। काउंसिलिंग में पत्नी बोली कि अगर मेरी बात सुनेंगे तो ससुराल जाने के लिए तैयार हूं। पति ने हामी भरी और दोनों में सुलह हो गई।
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