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शनिवार को मेस के भोजन की जांच के बाद एडीजी बोले, पुलिस कर्मियों को मेस जो खाना परोसा जाता है उसकी गुणवत्ता को एक राजपत्रित अधिकारी खुद सेवन करके चेक करता है। यहां पर एक दो नहीं करीब 250 कांस्टेबलों का खाना तैयार होता है। जहां तक हमारे सिपाही मनोज कुमार के द्वारा मेस के खाने की गुणवत्ता पर सवाल उठाए हैं उसकी जांच एसएसपी फिरोजाबाद आशीष तिवारी ने सीओ को सौंपी है।
सिपाही मनोज को जबरन अवकाश पर भेजने के सवाल पर एडीजी ने कहा कि किसी को जबरन अवकाश पर नहीं भेजा है बल्कि वह अवकाश पर गया है। पुलिस कर्मियों को सीख देते हुए कहा कि पुलिस अनुशासित बल है,ऐसा कोई घटनाक्रम होने का जनता पर सीधे असर पड़ता है। पुलिसकर्मी अपनी बात रखने के अन्य तमाम माध्यम हैं, उनके माध्यम से अनुशासित ढंग से अपना पक्ष रखें। ताकि उसका हल किया जा सके।
बता दें पुलिस कार्यालय के सम्मन सेल में तैनात सिपाही मनोज कुमार का मेस के खाने पर सवाल उठाते हुए का सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हुआ था। सिपाही इस दौरान रोटी दिखाते हुए कह रहा था कि आखिर ऐसे खाना कैसे खाऊं।
एसएसपी आशीष तिवारी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच सीओ लाइन हीरालाल कनौजिया को सौंपी है।
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