जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने आए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने रविवार सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच यहां प्रसिद्ध अक्षरधाम मंदिर आकर दर्शन किये। ब्रिटिश प्रधानमंत्री के साथ उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति भी आयीं थीं।
जी-20 बैठक का आज दूसरा दिन है। दूसरे दिन की बैठक से पहले ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक आज दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर में दर्शन करने पहुंचे। दरअसल, रविवार सुबह (10 सितंबर 2023) सुनक अपनी पत्नी के साथ दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर में दर्शन करने पहुंचे। यहां वह 45 मिनट तक रहे।
मंदिर पहुंचने पर वहां के पुजारियों ने उनका स्वागत किया। मंदिर में सुनक दंपति ने भगवान स्वामीनारायण की पूजा भी की। ब्रिटिश प्रधानमंत्री सुबह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अन्य राष्ट्राध्यक्षों और शासनाध्यक्षों के साथ राजघाट गये थे और वहां अहिंसा के सबसे बड़े शांतिदूत राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धा सुमन अर्पित किये। इसके बाद सुनक अपनी पत्नी के साथ अक्षरधाम मंदिर पहुंचे।
सुनक शुक्रवार दोपहर नई दिल्ली पहुंचे थे। पहले दिन उन्होंने यहां अपने प्रधानमंत्री निवास पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक की थी। उन्होंने शनिवार को यहां भारत मंडपम में जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लिया और वह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा आयोजित रात्रिभोज में भी शामिल हुए। बता दें कि ऋषि सुनक की पत्नी अक्षता मूर्ति भारतीय बिजनेसमैन व इंफोसिस के मालिक नारायण मूर्ति की बेटी हैं।
अक्षरधाम मंदिर के डायरेक्टर ज्योतिंद्र दवे ने कहा कि हमने ऋषि सुनक को पूरा अक्षरधाम मंदिर दिखाया और बाद में उनको मंदिर का एक मॉडल भी गिफ्ट में दिया ताकि उनको मंदिर की याद बनी रहे। उनके साथ उनकी पत्नी भी थीं।
बता दें कि इससे पहले ऋषि सुनक ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा था कि उनके मन में पीएम मोदी के लिए बहुत अधिक सम्मान है। उन्होंने कहा कि जी-20 को भारी सफलता दिलाने में पीएम मोदी का समर्थन करने के लिए वे इच्छुक हैं। गौरतलब है कि इससे पहले उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि मुझे हिंदू होने पर गर्व है।
उन्होंने कहा, मेरा पालन-पोषण भारत में ही हुआ है। मैं बेंगलुरू में रहा हूं, मेरी पत्नी भी बेंगलुरू में रही है। मेरा ससुराल भी यहीं है। दिल्ली में मैं रहता था। हमने हाल ही में रक्षाबंधन का त्योहार भी मनाया है। उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों तक यहां रहूंगा तो मैं मंदिर जा सकता हूं।