Gyanvapi Case: पांच केस की पावर ऑफ अटॉर्नी सीएम योगी को सौंपेगा विश्व वैदिक सनातन संघ

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सीएम योगी

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– फोटो : सोशल मीडिया

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विश्व वैदिक सनातन संघ के प्रमुख जितेंद्र सिंह विसेन ने ऐलान किया है कि ज्ञानवापी परिसर से संबंधित पांच केस की पावर ऑफ अटॉर्नी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को देंगे। उन्होंने बताया कि इस संबंध में सभी कानूनी कार्यवाही 15 नवंबर तक पूरी कर ली जाएगी। 

उन्होंने कहा कि संघ पांच मुकदमे की पैरवी कर रहा है। फोन पर हुई बातचीत में कहा कि ज्ञानवापी परिसर से जुड़े लगभग सभी मुकदमे हमारी ओर से ही फाइल किए गए थे। इस समय पांच मुकदमों की पैरवी की जा रही है। इनमें मां श्रृंगार गौरी केस, भगवान आदि विश्वेश्वर विराजमान के अलावा तीन अन्य मुकदमे हैं।

क्या है पावर ऑफ अटॉर्नी

उन्होंने बताया कि पावर ऑफ अटार्नी एक कानूनी प्रक्रिया है। जो एक व्यक्ति को दूसरे की ओर से अधिकारिक रूप से कार्य करने की अनुमति देता है। अधिकृत व्यक्ति को एजेंट या पावर ऑफ अटॉर्नी एजेंट कहा जाता है। नियमानुसार उसे कानूनी निर्णय लेने का अधिकार होता है। पावर ऑफ अटार्नी कैसे देंगे और सीएम से बातचीत के सवाल पर उन्होंने बताया कि अभी हमने अपने अधिवक्ताओं को अटॉर्नी बनाने को कहा है।

एक अधिवक्ता के परिवार में विवाह होने के कारण इधर थोड़ी व्यस्तता है। 15 नवंबर तक सारी तस्वीरें स्पष्ट हो जाएंगी। सीएम योगी को अटॉर्नी देने से एक दिन पूर्व प्रेसवार्ता कर बाकी खुुलासा करेंगे। 

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विस्तार

विश्व वैदिक सनातन संघ के प्रमुख जितेंद्र सिंह विसेन ने ऐलान किया है कि ज्ञानवापी परिसर से संबंधित पांच केस की पावर ऑफ अटॉर्नी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को देंगे। उन्होंने बताया कि इस संबंध में सभी कानूनी कार्यवाही 15 नवंबर तक पूरी कर ली जाएगी। 

उन्होंने कहा कि संघ पांच मुकदमे की पैरवी कर रहा है। फोन पर हुई बातचीत में कहा कि ज्ञानवापी परिसर से जुड़े लगभग सभी मुकदमे हमारी ओर से ही फाइल किए गए थे। इस समय पांच मुकदमों की पैरवी की जा रही है। इनमें मां श्रृंगार गौरी केस, भगवान आदि विश्वेश्वर विराजमान के अलावा तीन अन्य मुकदमे हैं।

क्या है पावर ऑफ अटॉर्नी

उन्होंने बताया कि पावर ऑफ अटार्नी एक कानूनी प्रक्रिया है। जो एक व्यक्ति को दूसरे की ओर से अधिकारिक रूप से कार्य करने की अनुमति देता है। अधिकृत व्यक्ति को एजेंट या पावर ऑफ अटॉर्नी एजेंट कहा जाता है। नियमानुसार उसे कानूनी निर्णय लेने का अधिकार होता है। पावर ऑफ अटार्नी कैसे देंगे और सीएम से बातचीत के सवाल पर उन्होंने बताया कि अभी हमने अपने अधिवक्ताओं को अटॉर्नी बनाने को कहा है।



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