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गेंहू खरीद प्रतीकात्मक
– फोटो : amar ujala
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हाथरस में अप्रैल से शुरू हुई गेहूं की खरीद अभी तक रफ्तार नहीं पकड़ सकी है। एक अप्रैल से अब तक लक्ष्य के सापेक्ष जिले में मात्र ढाई प्रतिशत ही गेहूं की खरीद हुई है। गेहूं खरीद के लिहाज से हाथरस प्रदेश में 35 वें स्थान पर है। 67 हजार मीट्रिक टन के सापेक्ष अभी तक 16 सौ मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हुई है। गेहूं खरीद के रफ्तार न पकड़ने के कारण अधिकारी खासे परेशान हैं।
उल्लेखनीय है कि गेहूं खरीद की शासन स्तर से लगातार निगरानी की जा रही है। जिले के 68 क्रय केंद्रों पर 67 हजार मीट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य तय किया गया था। मंडी में भी गेहूं का दाम 22 सौ रुपये क्विंटल चल रहा है। क्रय केंद्रों पर गेहूं का रेट 2125 रुपये तय किया गया है। अधिकारियों ने मोबाइल सेवा के तहत घर से गेहूं खरीदने की कार्य योजना तैयार की। इसके बाद भी गेहूं खरीद रफ्तार नहीं पकड़ पा रही है।
केंद्र प्रभारी किसानों से संपर्क कर रहे हैं। किसान क्रय केंद्र पर गेहूं लाने के मूड में नहीं हैं। इस कारण खरीद का आंकड़ा रफ्तार नहीं पकड़ पा रहा है। अभी तक जिले में 68 क्रय केंद्रों पर मात्र 16 सौ मीट्रिक टन ही गेहूं खरीदा गया है। जिला खाद्य विपणन अधिकारी शिशिर कुमार का कहना है कि अभी तक 67 हजार लक्ष्य के सापेक्ष 16 सौ मीट्रिक टन गेहूं की खरीदा हुई है। खरीद बढ़ाने के लिए प्रयास जारी हैं।
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