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मृतक शिक्षक दुर्गेशकांत
– फोटो : फाइल फोटो
विस्तार
शिक्षक पिता की हत्या की आरोपी नाबालिग बेटी और उसके प्रेमी को हरिद्वार से उत्तराखंड पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इसकी सूचना पर हाथरस पुलिस भी हरिद्वार पहुंच गई और दोनों को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर हाथरस के लिए रवाना हो गई है।
मंगलवार को शहर से सटे एक गांव में नाबालिग एवं दसवीं की छात्रा ने प्रेमी संग मिलकर शिक्षक पिता की हत्या कर दी और दोनों फरार हो गए थे। पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की और आरोपियों के मोबाइल नंबर सर्विलांस पर लगाए। इस दौरान उनके मोबाइल बंद आ रहे थे, लेकिन बीच-बीच में खुल रहे थे और उनकी लोकेशन उत्तराखंड में मिल रही थी। इसके बाद हाथरस पुलिस ने उत्तराखंड पुलिस को भी सूचना दी और सहयोग मांगा। बुधवार को हरिद्वार पुलिस ने शिक्षक बेटी और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया। एसएसपी हरिद्वार अजय सिंह ने बताया कि हाथरस पुलिस से सूचना मिलने के बाद सीआईयू और पुलिस की टीम लगाई गई थी। दोनों को पकड़ लिया। हाथरस पुलिस भी पहुंच गई है। दोनों को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर हाथरस पुलिस जा रही है।
सिर पर किए चार वार, सब्जी की तरह काटा गला
शहर से सटे गांव में शिक्षक की हत्या बेरहमी से की गई। बेटी और उसके प्रेमी ने हैवानों की तरह शिक्षक पर सरिये और धारदार हथियार से वार किए। पूरे शरीर में जख्मों के नौ निशान हैं, इनमें चार सिर पर है। गला सब्जी की तरह काटा गया, हाथों की नस भी काट दी गई थी।
जिस पिता ने अपनी बेटी को नाजों से पाला, उसी बेटी ने हैवानों की तरह उनकी जान ले ली। पोस्टमार्टम रिपोर्ट की माने तो मृतक शिक्षक के सिर पर चार प्रहार किए गए। तीन वार सिर के बाई ओर और एक बीच में किया गया। माथे पर धारदार हथियार से वार किया गया। आंख के ऊपर भी चोट का निशान है। नाक और ठोडी की हड्डी टूटी हुई है। गाल पर भी एक धारदार हथियार का जख्म है। हत्यारोपियों ने तब तक प्रहार किए, जब तक उनकी जान नहीं निकल गई। गर्दन पर धारदार हथियार से चौंप (बार-बार) काटने के निशान हैं। पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सक भी जख्मों और हत्या का तरीका देख, यह सोचकर हैरान है कि क्या एक बेटी अपने प्रेमी के साथ अपने पिता की इस कदर निर्मम हत्या कर सकती है। इस पोस्टमार्टम रिपोर्ट को पुलिस को भेज दिया गया है।
बचने के लिए शिक्षक ने किया होगा प्रयास
जिस तरह से शरीर के अलग-अलग हिस्सों में चोटों के निशान हैं, उससे साफ हो रहा है कि शिक्षक ने उनसे बचने का प्रयास किया। शरीर के अलग-अलग हिस्सों पर आए चोट के निशान इसी ओर इशारा कर रहे हैं। गिरने के बाद उनके हाथ की नस भी काट दी गई, जिससे उनके जिंदा बचने की कोई गुंजाइश न रहे।
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